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१८
अनेकान्त
[वर्ष ५
लिपि संवत्
२४५६ ૨૬ २४५३ २४५३
३१६
१९८१
३२४
२४५० १६२६ २४५१ १६२५
८७५
१६२६ १६६७
क्रम नं. ग्रन्थ-नाम प्रन्थकार-नाम
মম্বা आयज्ञानतिलकसटीक भट्टवोसरि (माघनंदि-शिष्य) | प्राकृत ८०० आयसद्भावप्रकरण मल्लिषण
संस्कृत ६२२ अाराधनाकथाकाष हरिषेण
संस्कृत ६३७ अाराधना कथाकोष भ० सकलकीर्ति श्रास्त्रवत्रिभंगी नेमिचन्द्राचार्य
प्राकृत उत्तरछत्तीसी (गणित) सुमतिकीर्ति
संस्कृत १६६ उत्तरपुराण
महाकवि पुष्पदन्त
अपभ्रंश ७५६ उत्तरपुराण
भ. सकलकीर्ति
संस्कृत गद्य उदयत्रिभंगी
नेमिचन्द्रसिद्धान्तिक प्राकृत उपदेशरत्नमाला
कवि ठक्कुर उपदेशरत्नमाला कवि रइधू
प्रा० अपभ्रंश wa उपदेशरत्नाकरश्रावकाचार भ० विद्याभूषण
संस्कृत उपमर्गहरस्तोत्र
पूर्णचन्द्र ? ५५७
उर्वशीनाममाला सटीक पं०शिरोमणि,टी०६० वंशीधर ८७० | एकाक्षर नाममाला ६४० ऋषभदेवनिर्वाणानन्द नाटक केशवसेन ६२५ ऋषभपुराण
भ. चन्द्रकीति ६४ कथाकोष
श्रीचन्द्र २२० कन्नड़भावकाचार
कन्नड़ २६ कर्मदहनपूजा
भ० चन्द्रकीति
संस्कृत २६३ कर्मप्राभूत
कुमारसेनदेव २६ कर्णामृतपुराण
केशवसेन ख. ४. करकंडुमुनिचरित्र बजिनदास
गुजराती ८२८ करकंदुचरित्र
भ. शुभचन्द्र
संस्कृत ५७६ कलिकंडुपूना
पद्ममनन्दी ३३. कातंत्रविस्तर
कर्णदेवोपाध्याय वर्धमान ? कालज्ञान ? दुर्गदेव
प्राकृत २६६ कालस्वरूप
कन्नड़ी ६१३ केवलज्ञानहोरा
चन्द्रसेन
संस्कृत ख. ३२ कोहलावारसी
मेघराज
गुजराती कौमुदीकथा भुतसागर
संस्कृत ६६२ क्षपणामार
माधवचन्द्र
संस्कृतगद्य ६६१ क्षेत्रणत महावीराचार्य
संस्कृत ४८६ गन्धकुटीपूजा
पं. श्राशाधर ५१४ | गुर्वावली
। नेमिचन्द्र
१६८६
१६७८
२४६०
२५E
२१३ २७५०
२५४ २५४ २४५१ १६२६