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________________ भनेकान्त [किरण गुणभद्रमुनि १९६७ २६ प्रन्थ-नाम ग्रन्धकार-नाम भाषा पत्र संख्या रबमास लिपिसं० रूपिणीविधानकथा पं०छत्रसन सं० पद्य । ७ मे १० रोहिणीद्वादशीथाक प्रा० (अपभ्रश) २६३१ १६०२ रोहिणीबतचापन कंशवसेनाचार्य संस्कृत लधिविधानकथा मलयातिशिष्य गुणभद्रमुनि प्रा० (अपभ्रश)| १४१२४७ लंघनपध्यनिर्णय पं०दीपचन्द वाचक मं० गय पच २१ । १८६८ वरांगचरित्र भ० वर्द्धमान __संस्कृत ७३ विक्रमचरित्र (श्वे०) अभयचन्द्रशिष्य गमचन्द्रसूरि १७३२ विचारषट् त्रिंशिका गजसार साधु प्रा० पद्य विमानशुद्धिविधान भ० चन्द्रकीर्ति सं० पद्य बिग्दावलि भ०छत्रसन ३० से ३४ विंशतितीर्थकर पूजा भ० नरेन्द्रकीर्ति १०७-१० विश्वतत्त्वप्रकाश भावसेन विद्यदेव सं० गद्य वृत्तसार (अन्तिमपत्र नहीं) गइधू प्रा० (अपभ्रंश) ६४ व्रतकथाकोष भ० श्रुतसागरसूरि । मं० पथ ललितकीर्ति १८२७ शांतिक पूजाविधान पं० धर्मदेव ११२६ शांतिक विधि ६० आशाधर है.--१३१ श्रवणद्वादशीकथा भ० गुणभद्र प्रा. पथ ४५ ४८ (चंद्रभूषणशिष्य) अभू सं० पद्य श्रावकप्रतिक्रमण सूत्र प्राचाय विजयसिंह श्रीपालचरित्र (श्वे०) रत्नशेखगचार्य प्रा. पद्य श्रीवीरस्तवनसटीक (यम०) भ० जिनचंद्र प्रा० अपभ्रंश श्रुतबोधटीका (मूलसहित) पं० मनोहरदास सं० पद्य गद्य श्रतस्कंध गाथा हेमचन्द प्रा० पद्य अतस्कंधपूजा भ० त्रिभुवनकीर्ति सं० पद्य २५-२८ षट् पंचासिका (प्रजैन) भट्टोत्पलाचार्य पण्णवती क्षेत्रपालपूजा भ० सोमसेन २५-३ पोडशकारण प्रतोद्यापन म० सुमतिसागर केशवसेन सरि, रामनगर भ०ज्ञानसागर पोडशभावनाभारती अभयनन्दी ०४-E सत्तात्रिमंगी कनकनंदी २६ १०२५ सप्तपरमस्थान पूजा मुनि विद्यानंदो भ० जगदूषण समयसार टिप्पण (मूलसहित) सं० गद्य १९६६ __ [शेष बंश पृष्ठ १२५ पर पदिये ] १७३३ १७३३ ४४-५० " प्रा० ६.-६३
SR No.538004
Book TitleAnekant 1942 Book 04 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1942
Total Pages680
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size73 MB
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