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अनेकान्त
[ वर्ष ४
ग्रन्थ-नाम
ग्रन्थकार-नाम
भाषा
पत्र संख्या
रचनासं० लिपि सं०
" गद्य
Snce & mms
१७९१
सुगंधदशमी कथा
मकरन्द पद्मावतीपुखाल हिंदी पद्य ५४ ११ पं० खुशालचंद
" १४४ पं. भैरोंदास
., ८४ सुन्दरविलास पं० सुन्दरदास
हिंदी पद्य सुन्दरदासके सवैये सुभाषितार्णव (भा० टी०) दुलीचन्द
" गद्य सुभाषितसार
" पद्य सुमतिनाथ पुराण
पं० देवदत्त . सुलोचना चरित्र (भा. टी.) सूतिकाधिकार
सं०हिदी
१९४७ सोलहकारण व्रत कथा पं. भैरोंदास
हिदी पद्य ७१ ब्रह्मज्ञानसागर स्वप्नाध्याय (अजैन) वृहहस्पति सं० पद्य ४६
१६११ स्वप्नावली (मरुदेवी स्वप्नफल) देवनन्दी "
, २२ हनुवंत कथा ब्रह्मरायमल्ल
हिंदी पद्य
१६१६ हरिवंश पुराण
कवि वाहन हितोपदेश वचनिका |पं० अभयचन्द
, गध वीरसंवामन्दिर, सरसावा
ता................... (पृष्ठ ४७१ का शेषांश)
प्रतिपरिचय-इसकी एकमात्र प्रति पनेचंदजी सिंघी तच्छिम्योत्तमपमुंदर कविः श्रीसुंदगदिप्रकाशां। संग्रहसुजान-गढ़में देखने में पाई है। पत्र ८८, प्रति पृष्ठ पंक्ति तशाख मरीरवत्सहृदयः संशोधनीय मुदा ॥३७॥ १४ और प्रति पनि प्रहर ४४ के करीब हैं, सरदीके कारण पदार्थचिन्तामणिचारुसुंदरप्रकाश
कहीं २ अक्षर नष्ट होगये हैं। कहीं २ प फट गये हैं। शब्दार्णवनामिम्तवयं।
३ प्रमाणसुदर। जगजिगीषु जयंतात्सतां मुखे
४ रायमस्वाभ्युदय काव्य (सं० १६१५) तरंगरंगो विरण्य पंचमः ॥ ६ ॥
पार्श्वनाथकाग्य (सं०१६ लि.) बीकानेरस्टेट बा। इति श्रीमन्नागपुगेयतपागच्छनमोनमामणि पंडि
६ अंबूचरित्र (बीकानेर ज्ञानभंडार ) तोत्तम श्रीपरमेरुगुरुशिष्यपं०श्रीपासंदरविरचित
हामन (पन् ?) सुदर(ज्योतिषकी, बीकानेर स्टेट लाइबेरी) सुंदरप्रकाशेशब्दाणेवपंचमस्तरंगः पूर्णः तत्समाहोपूर्णः
८ परमत व्यच्छेद स्याद्वादसुदरद्वात्रिशिका(बीकानेर स्टेट खा. श्रीसुदरप्रकाश ॥ सं० १६-*
पटभाषागर्भित मेमिस्तव गाथा ३० (हमारे संग्रहमें) “यहां तक प्रथोंके जो भी वाक्य उद्धृत किये गये हैं वे १० बरमंगखमालिका स्त्रोत्र गा.२० (बी०स्टेट सायरी) बहुत कुछ अशुद्ध है। शायद प्रतियाँ ऐसी ही अशुद्ध लिखी ११ भारती स्तोत्र। (उ.सूरीधर सम्राट) हुई होंगी, परन्तु लेखकने उसका कोई नोट नहीं किया। इनके सिवाय और ग्रंथोंका कुछ पता अभी तक मालूम
-सम्पादक नहीं हो सका।