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________________ समन्तभद्रका मुनिजीवन और आपत्काल [सम्पादकीय ] परिशिष्ट स्वामी समन्तभद्रकी 'भस्मक' व्याधि और उसकी इसके सिवाय, 'विक्रान्तकौरव' नाटक और "उपशान्ति प्रादिके समर्थनमें जो द्यो भस्मक- श्रवणबेलगोलके शिलालेख नं० १०५ (नया नं० २५४) भस्मसात्कृतिपटुः' इत्यादि प्राचीन परिचय-वाक्य से यह भी पता चलता है कि 'शिवकोटि ' समंतभद्र श्रवणबेल्गोलके शिलालेख नं०५४ (६७) परसे इस लेख के प्रधान शिष्य थे । यथामें ऊपर (पृ० ५२ पर) उद्धत किया गया है उसमें यद्यपि शिष्यौ तदीयौ शिवकोटिनामा 'शिवकोटि ' गजाका कोई नाम नहीं है। परंतु जिन शिवायनः शास्त्रविदां वरेण्यौ । घटनाओंका उसमें उल्लेख है वे 'राजावलिकथे' कृतनश्रुतं श्रीगुरुपादमूले आदिके अनुसार शिवकोटि गजाके 'शिवालय ' से घधीतवंती भवतः कृतार्थों ॥+ ही सम्बन्ध रखती हैं । ' सेनगणकी पट्टावली' से -विक्रान्तकौरव भी इस विषयका समर्थन होता है । उसमें भी तस्यैव शिष्यश्शिवकोटिसूरिः 'भीमलिंग' शिवालयमें शिवकोटि राजाके समंतभद्र- तपोलतालम्बनदेहयष्टिः। द्वारा चमत्कृत और दीक्षित होनेका उल्लेख मिलता संसारवाराकरपोतमेतत् है। साथ ही, उसे 'नवतिलिंग' देशका ' महाराज' तत्वार्थसूत्रं तदलंचकार । सूचित किया है, जिसकी राजधानी उस समय -० शिलालेख संभवतः 'कांची' ही होगी । यथा 'विक्रान्तकौरव' के उक्त पद्यमें 'शिवकोटि' __“ (स्वस्ति) नवतिलिङ्गदेशाभिराम के साथ 'शिवायन' नामके एक दूसरे शिष्यका भी द्राक्षाभिगमभीमलिङ्गस्वयंन्यादिस्तोट • उल्लेख है, जिस ' राजावलिकथे' में 'शिवकोटि' कोत्कीरण रुन्द्रमान्द्रचन्द्रिकाविशदयशः गजाका अनुज (छोटा भाई) लिखा है और साथ ही श्रीचन्द्रजिनेन्द्रसद्दर्शनममुत्पन्नकौतुहल- यह प्रकट किया है कि उसने भी शिषकोटिके साथ कलिनशिवकोटिमहाराजतपोराज्यस्था - समन्तभद्रसे जिनदीक्षा ली थी *; परंतु शिलालेख पकाचार्यश्रीमत्समन्तभद्रस्वामिनाम्" .. +यह पद्य 'जिनेन्द्रकल्याणाभ्युदय की प्रशस्ति में पाया जाता है। ! 'स्वयं से 'कीरण' तकका पाठ कुछ अशुद्ध जान पड़ता है। * यथा-शिवकोटिमहाराजं भव्यनप्पदरि निजानु वेरस... * 'जैनसिद्धान्तभास्कर' किरण १ ली, पृ. ३८। संसारशरीरभोगनिवेगदि श्रीकंठनेम्बसुतंगे राज्यमनित्तु
SR No.538004
Book TitleAnekant 1942 Book 04 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1942
Total Pages680
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size73 MB
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