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________________ जैन बंधुओ वांचो अने अमुल्य लाभ ल्यो. श्री जैन श्वेताम्बर डीरेक्टरी. व्हाला बंधुओ, आप सारी रीते जाणता हशो के वडोदरा अने पाटण कोन्फरन्स वखते जैन श्वेतांबर कोमनी आधुनिक स्थिति जाणवा माटे सर्वे जैन बंधुओनो विचार थवाथी डीरेक्टरी करवानुं काम कोन्फरन्स ओफिसे हाथ धरेलु हतुं. आ महाभारत कामना प्रथम फळ रूपे अमदाबाद कोन्फरन्स पहेलां श्री जैन श्वेतांम्बर मंदिरावळि, भाग १ लो बहार पाडवामां आव्यो हतो. त्यारपछी कोन्फरन्स ओफिस तरफथी आ मुश्केल कामना द्वितीय फळरूपे श्री जैन श्वेताम्बर डीरेक्टरीना-भाग १ लो ( उत्तर गुजरात) अने भाग २ जो ( दक्षिण गुजरात )-एवी रीते बे भाग आ समये जैन प्रजा समक्ष प्रसिद्धिमां मुकवामां आवे छे. आ बन्ने भागमा समस्त गुजरात देशनी प्राचीन तेमज अर्वाचीन जाणवा लायक हकीकतो दाखल करवामां आवी छे; जैनोनी वस्तीसंख्या देखाडनारी गामनी निशानीओ उपरांत तीर्थस्थळ, देरासर, तथा रेल्वेनी सरळ माहिती आफ्मारां चिन्होवाळो सुंदर नकशो पण आपेलो है. डंकमां जैनोनी वस्तीवाळा जील्ला अने तालुकावार गाम, राज्य, नजीकनुं स्टेशन अने तेनुं अंतर, नजीकनी पोस्ट तथा तार ओफीस, देरासर, तीर्थस्थळ, धर्मशाळा, उपाश्रय, पुस्तक भंडार, लाइब्रेरी, पाठशाळा, पांजरापोळ अने सभामंडळ विगेरेने लगती सघळी उपयोगी बाबतोथी आ डीरेक्टरी भरपूर छे. आ सिवाय गामवार ज्ञाति अने गच्छनी, कुंवारा, परणेल, विधुर अने विधवानी तेपज भणेल तथा अभणनी संख्या आ डीरेक्टरीमां समजपूर्वक आपवामां आवेल होवाथी दरेक जैन बंधुने आपणी आधुनिक स्थिति नजरे तरी आवे छे विशेषमा जील्लावार तेमज जनरल रीपोर्ट तथा ते ऊपरथी उपजता विचारोथी आ डीरेक्टरी जैन समाज माटे बहु उपयोगी करवामां लगार पण कचाश राखवामां आवी नथी. छतां आ बुकनी किमत मात्र पहेला भागना रु. ०-१२-० अने बीजा भागना रु.१-४-० अने बने भाग साथेना रु. १-१४-० राखवामां आवेल छ, डीरेक्टरी तैयार करवा पाछळ रु. १५००० नी मोटो रकम खर्चवामां आवो छे ते छतां आ जुन किंमत राखवानुं कारण कमावानी खातर नही परंतु श्रीमंत तेमन गरीब जैन बंधुने आ पुस्तकनो लाभ आपवानुं छे. माटे सर्वे जैन वंधुओ आ मोटो लाभ अवश्य लेशेन एवी अमारी संपूर्ण खात्री छे. नकशानी छुटी नकल अढी आनानी पोस्ट टीकीट मोकलनारने मोकलवामां आवशे.
SR No.536505
Book TitleJain Shwetambar Conference Herald 1909 Book 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Dalichand Desai
PublisherJain Shwetambar Conference
Publication Year1909
Total Pages438
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Shwetambar Conference Herald, & India
File Size11 MB
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