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________________ ३०४] - जैन कोनफरन्स होल्ड. [ सप्टेम्बर बन्दोबस्त जहांतक मुमकिन होगा किया जावेगा. यह ठहराव हमने अपनी राजी खुशीसे किया सो इसके मुवाफिक पावन्द रहेंगे अगर इस पञ्चायती ठहरावके खिलाफ कोई कार्यवाही देखनेमें आवे तो तीनों पञ्चायतीयोंको उसका पञ्चायती नोता वरताव वगरह बंद करनेका अखतियार है मिति भादवा वुदि ५ सम्वत १९६२ का. (नोट-इस लेखके नीचे करीब पचास दस्तखत हैं इस लिये जगह जियादा रुकनेके खयालसे यहां पर दर्ज नहीं किये हैं.) जिस समय यह लेख लिखा गया उसही समय जैन पाठशाला खोलनेका प्रस्ताव होकर यह ठहराव हुवा कि पाठशालाके खर्चके वास्ते फिलहाल पन्दरह रुपये माहवारका चन्दा किया जावे और एक जैन पंडित जयपूरकी पाठशालासे बुलाया जावे. तीनों जातोमें इस वक्त जो ५२ लडके और १९ लडकीयां मोजूद हैं वह सब पाठशालामें तालीम पावें किसी शक्षकोभी अपने लडके या लडकीको पाठशालामें भेजकर तालीम दिलवानेमें उत्र नहीं होगा. लड़के और लड-. कियोंकी फहरिस्ता तथ्यार करके पञ्चानें अपने दस्तखत उसके नीचे कर दिये हैं. ७)। पाठशालाके लिए माहवारो चन्दा नीचे मुजिब हुवाःरावगियों ? .रफसे माहारा 11) जमनालाल चोधरी. २) आनंदीलाल सराफ.) मगनलाल केसरलाल. ।) सराफ बचुलाल काठीयारी.1) मांगीलाल कोठीयारी. 1) छगनलाल मोदी. ।) केसरलाल कोठीयारी.1) चम्पालाल सराफ.! हंसराज मांगीलाल अजमेरा. । विशनलाल नविसिंदा ।) केसरलाल छोगलाल कोठीयारी.1) जीवणलाल कंदोई.) हजारीलाल बाकलीवाल.) जोहरीलाल बाकलीवाल.) केसरलाल पाटणी ) गणेशलाल सोनी. =) भवानीलाल नविसिंदा. =) जोधराज चांदवाड. १) उंकार छावडा. २) लालजी पटवारी. -) मोतीलाल बाकलीवाल.) मांगीलाल कोठीयारी..) चांदमल कोठीयारी..) चन्दनमल अजमेरा. ) दाखीलाल बाकलीवाल, ~) कल्याणवक्ष चांदवाड. -) भैरूलाल पटवारी. मु. ७.! -)। ओसवालोंकी तरफसे महावारी चन्दा 1) भूरालाल गोलेछा. 1) छगनलाल चपलोद. ६) कल्याणवश मांगीलाल चोधरी. -) बाळूलाल गोलेछा -) बालाबक्ष गोलेछा. )॥ मीठालाल गोलेछा, मु.प्रा॥
SR No.536501
Book TitleJain Shwetambar Conference Herald 1905 Book 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGulabchand Dhadda
PublisherJain Shwetambar Conference
Publication Year1905
Total Pages452
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Shwetambar Conference Herald, & India
File Size13 MB
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