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भास्कर
७ प्रौढ़ देवराय, रामचन्द्र राय आदि अन्यान्य शासकों की चर्चा ।
६ हरिहर राय के कुमार वीर राय की कथा ।
६ श्रीरंग राय के द्वारा श्रीरंगपट्टा की स्थापना और राजमोडेयर की कथा ।
१५ के
एकादश प्रकरण
(२०१ से २४७ पृष्ठ तक )
१ राजओडेयर के कुमार चामराजओडेयर की कथा ।
२ कण्ठीरवनरसराज ओडेयर और दोड्डु देवराज प्रोडेयर की कथा ।
३ चिक्क देव राज की कथा ।
४ कंठीरव आरस को कथा ।
५ दाडु कृष्णराज की कथा ।
६ हैदर खां का विषय ।
७ टिप्पू सुलतान का विषय ।
८ मैसूर देश में श्रङ्गरेजों का प्रवेश ।
८ चामराज ओडेयर के पुत्र कृष्णराज प्रोडेयर और पूर्णय्य का विषय । १० मैसूर का शासन- भार अङ्गरेजों को अपने हाथ में लेना । ११ इस ग्रन्थकर्त्ता की बंशावली ।
द्वादश प्रकरण
(२४७ से २८६ पृष्ठ तक )
१ देवी रम्मणि का इस राजावली कथा का श्रवण ।
२ मैसूर राजाओं की बंशावली ।
त्रयोदश प्रकरण (२८६ से २३८ पृष्ठ तक)
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(भाग ३
१ जाति - निर्णय |
नोट – इस राजावली कथा की मैसूर राजकीय प्राच्यपुस्तकागार की संगृहीत प्रति से प्रतिलिपि कराई गई है। भवन की इस प्रति के प्रारंभ में जो विषय सूची दी गयी है, यह उसी का अनुवादमात्र है।