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________________ किरण २ ] पोस्टेज लगाकर भी ग्रन्थ भेजे गये हैं। और कुछको साक्षात् भेंट भी किए गये हैं । इस तरह उन दानकी रकमसे १३००) से ऊपर मूल्य वाले ग्रन्थ वितरित हुए हैं, जिन्हें प्राप्त कर अनेक विद्वानोंने अपना श्रानन्द तथा श्राभार व्यक्र किया है। वीरसेना - मन्दिरको स्वीकृत सहायता " वितरणका यह कार्य अर्सा हुआ समाप्त हो चुका है. फिर भी कुछ लोगों की मांगें श्राप्तपरीक्षादि जैसे ग्रन्थोंके लिये वीरसेवामन्दिरको आचार्य श्रीनमिसागरजीजी की प्रेरणा आदिको पाकर वीर सेवामन्दिरको उसके साहित्यक तथा ऐति - हासिक कामोंके लिये जिन सज्जनोंने जो सहायता स्वीकृत की है उसकी सूची निम्न प्रकार है। इसमें से जो सहायता अब तक प्राप्त हो चुकी है उसकी सूची इसी किरण में अन्यत्र दी गई है : १५००) ला० मोतीलालजी, ६४ दरियागंज, देहली १५००) डा. उत्तमचन्दजी, अम्बाला छावनी १००१) अखिल भा० दि० जैन केन्द्रीय महासमिति धर्मपुरा देहली। : १००१) राय सा० ला० उल्फत रायजी, ७/३३ दरियागंज १००१) ला० प्यारेलालजी जैन सर्राफ, सब्जी मण्डी, २००१) ला० जुगमन्दरदास शीतलप्रसादजी मेरठ सदर १००१) पं० राजेन्द्र कुमारजी ६०१) ला० आनन्दस्वरूपजी सुनपत वाले, देहली ५०१) ला० विमलप्रसादजी मा० ला• हरिश्चन्द्रजी, ५००) ला० सुकमालचन्द्रजी मेरठसिटी २०१) ला॰ मनाहरलाल नन्हेंमलजी जैन, दरियागंज, २०१) ला• खजानसिंह विमलप्रसादजी मंसूरपुर २०१) ला० नेमिचन्दजी मंगलार १७५) ला० नानक चन्दजी सोनीपत वाले, सेंट्रल बैंक, १०१) धर्म पत्नी ला० सुमेरचन्दजी खजांची १०१) ला० शिखरचन्दजी ३ दरियागंज, देहली १०१) ला ० रामप्रसादजी किराना मर्चेन्ट, देहली १०१) ला• हरिश्चन्द्रजी देहली - शाहदरा १०१) ला० होशयारसिंह शीतलप्रसादजी मंसूरपुर १०१) ला• ज्योतिप्रसादजी टाइप वाले, मस्जिद खजूर Jain Education International [ ६३ अभी तक भी आती रहती हैं जिन्हें पूरा करनेके लिये श्रसमर्थता व्यक्त करनी पड़ती है। यदि कोई दूसरे दानी महानु भाव शास्त्रदान जैसे पुण्य कार्योंके लिए दशलक्षण जैसे पावन पर्व में कुछ द्रव्य निकालें तो उनकी ओरसे यह उत्तम ज्ञानदानके प्रायोजनका सिलसिला जारी रक्खा जा सकत है। आशा है उदार हृदय महानुभाव इस ओर भी ध्यान देनेकी कृपा करेंगे । स्वीकृत सहायता १०१) ला रंगीलाल श्रीपालजी जैन, दरियागंज, देहली १०१) श्रीमती कान्ता देवी, न्यू इंण्डिया' मोटर्स कम्पनी १०१ ) श्रीमती स्यालकोट वाली बहिन ला०अमरनाथजी, ५१) लाला दीवानचन्दजी सुपुत्र लाला दीपचन्दजी झज्झर वाले ५१) ला• जयन्ती प्रसादजी २५) ला ० धूमसेन महावीर प्रसादजी कटरा सत्यनारायण २५) ला० रामकरणदासजी, बहादुरगंजमण्डी २५) ला• रघुवीरसिंहजी फर्म ला० केदारनाथ चन्द्रभानजी, बहादुरगंजमंडी २५) श्रीमतीराजकलीदेवी अम्बहटा (सहारनपुर ) २५) ला० दातारामरायजी ७ दरियागंज देहली २१) ला ० विजयरत्नजी ११) ला० पन्नालालजी, २१ दरियागंज देहली ११) ला. माल्तीप्रसादजी मंसूरपुर १०) अज्ञात् मा० ना० ज्योतीप्रसादजी टाइप वाले ५) श्रीमती तारादेवी ५) ला० शिखरचन्दजी सब्जी मण्डी ११५८४) बीर सेवामन्दिरको सहायता गत वीरशासन जयन्ती और वीरसेवामन्दिर के नूतन भवन के शिलान्यासके अवसर पर श्रीमान् रायबहादुर ला० दयाचन्द्र जीदरियागंज देहली ने वीरसेवामन्दिरको उसके साहित्यिक कार्योंके लिए ५०० ) रुपयेकी सहायताका वचन दिया है, जिसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं । मैनेजर - वीरसेवामंदिर For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.527329
Book TitleAnekant 1954 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherJugalkishor Mukhtar
Publication Year1954
Total Pages38
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size14 MB
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