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________________ 1170 कान्त प्रधान सम्पादक-पं० जुगलकिशोर मुख्तार EK सम्पादक-मण्डल पण्डित दरबारीलाल न्यायाचार्य कोठिया पण्डित अयोध्याप्रसाद 'गोयलीय' इम मण्डलमें एक दो विद्वानों के नाम अभी और शामिल होंनेको हैं। स्वीकृति मिलनेपर उनको प्रकट किया जायगा। papappuRIBE APITAMITATIMITATI TERaarARIHARApp THANImammiliaWINNEL ITITION mumm u nimoomurammarATHALARITRADUNIKTURALLUMARITAMARUJILABILIMBADRAINITARIALLinmum m mmmunnamrururuta போயானாப்பாமேயானாலயாயாயாயாயாயமானாயாமானாப்பானாமimalar १२ विषय-सी ११-समन्तभद्र भारतीके कुछ नमूने (युक्त्यनुशासन)-[सम्पादक) २-रत्नकरण्डके कर्तृत्वविषयमें मेरा विचार और निर्णय- सम्पादक] ३-आप्तमीमांसा और रत्नकरण्डका भिन्नकर्तृत्व-[डा० हीरालाल जैन एम० ए०] ४-जैन कालोनी और मेरा विचार पत्र-[जुगलकिशोर मुख्तार] ५-न्यायकी उपयोगिता-[पं० दरबारीलाल कोठिया] ६-स्व० मोहनलाल दलीचन्द देसाई-[भंवरलाल नाहटा] ७-अ चायकल्प पं० टोडरमल्ल जी-(पं० परमानन्द जैन शास्त्री] 2-समन्तभद्रभाष्य-पं० दरबारीलाल कोठिया] E-समयसारकं' महानता-[पूज्य कानजी स्वामी] ०-शंका समाधान-[पं० दरबारीलाल कोठिया] ११-विविध १२-साहित्य परिचय और समालोचन - ... ३४ ...३६ जनवरी आ.श्री. कलासंसागर मार ज्ञान, मदिर श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र, कोबाया सा.क्र. १६४८ Jain Eudal
SR No.527251
Book TitleAnekant 1948 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherJugalkishor Mukhtar
Publication Year1948
Total Pages48
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size12 MB
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