SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 33
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १२ SHRUTSAGAR October-2019 इस शुभ अवसर पर राष्ट्रसंत आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी महाराजा की निश्रा में आचार्य श्री अमृतसागरसूरीश्वरजी म. सा., आचार्य श्री अरुणोदयसागरसूरीश्वरजी म. सा., आचार्य श्री अजयसागरसूरीश्वरजी म. सा., गणिवर्य श्री प्रशांतसागरजी म. सा., मुनिश्री कैलासपद्मसागरजी म. सा., मुनिश्री पुनितपद्मसागरजी म. सा., मुनिश्री भुवनपद्मसागरजी म. सा., मुनिश्री हर्षपद्मसागरजी म. सा., मुनिश्री ऋषिपद्मसागरजी म. सा., मुनिश्री पार्श्वपद्मसागरजी म. सा. आदि सभी गुरु भगवंत उपस्थित थे। इस प्रसंग पर शेठी आणंदजी कल्याणजी पेढी के प्रमुख शेठ श्री संवेगभाई लालभाई, श्री शंखेश्वर तीर्थ पेढी के प्रमुख श्री श्रीयकभाई एवं संस्था के प्रमुख श्री सुधीरभाई महेता, अन्य ट्रस्टीगण एवं जैन समाज के अग्रणी श्रेष्ठिगण तथा बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे। श्री शेरीसातीर्थ के प्रांगण में पूज्य राष्ट्रसन्त आचार्यदेव श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी महाराजा के पावनकारी सान्निध्य में यात्रिक भवन तथा भाताघर का उद्घाटन सम्पन्न दि. 2 अक्टूबर 2019 बुधवार को शेरीसा तीर्थ में पूज्य राष्ट्रसन्त श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी महाराजा तथा पूज्य आचार्य श्री हेमचन्द्रसागरसूरि की पावनकारी निश्रा में लाभार्थी मायाबेन वसन्तभाई झवेरी के करकमलों से शेठ श्री आणंदजी कल्याणजी पेढी द्वारा निर्मित यात्रिक भवन तथा भाताघर का उद्घाटन सानन्द सम्पन्न हुआ। इस शुभ अवसर पर शेठ श्री संवेगभाई लालभाई (श्री आणंदजी कल्याणजी पेढी के प्रमुख) श्री श्रीयकभाई शेठ (श्री जीवणदास गोडीदास पेढ़ी) एवं अनेक श्रेष्ठीवर्य उपस्थित थे। ___ कार्यक्रम का सुन्दर संचालन शेठ श्री आणंदजी कल्याणजी पेढ़ी के ट्रस्टी श्री श्रीपालभाई शाह ने किया। उन्होंने इस कार्यक्रम में पधारे हुए गुरु भगवंत एवं महानुभावों का स्वागतभरा अभिनन्दन किया। इस अवसर पर शेठ श्री संवेगभाईने कहा कि “शेरीसा तीर्थ के ट्रस्टी श्री सचिनभाई के सहयोग से तीर्थ में नवीनीकरण का कार्य सम्पन्न हुआ है। ट्रस्टमंडल तथा लाभार्थी परिवार की आग्रहभरी विनती को स्वीकार कर परम पूज्य राष्ट्रसन्तश्री यहाँ पधारे, यह सचमुच पुण्योपार्जन करानेवाला अवसर है। इसके मुख्य लाभार्थी मायाबेन वसन्तभाई झवेरी, जो मेरी मामी हैं, उन्होंने अत्यन्त सरल और सुन्दर भावना से इस तीर्थ में लाभ लिया है। उनके इस कार्य की मैं खूब-खूब अनुमोदना करता हूँ।” For Private and Personal Use Only
SR No.525351
Book TitleShrutsagar 2019 10 Volume 06 Issue 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHiren K Doshi
PublisherAcharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba
Publication Year2019
Total Pages36
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Shrutsagar, & India
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy