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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ॥१५॥ श्रुतसागर अक्टूबर-२०१९ गर्भवास हुं कांइ न गाली, झोली तूटी कांइ न मुई। सुभद्रा सेठ तणी विवहारणी, बत्रीसई तेत्रीसमी हुं कांई न हुई ॥१०॥सालि०... रतनकंबल लेवानइं कारण, श्रेणक मोकलियो ति वार । एक कंबल मोल लेइनइं आपउ, इम बोलइ सुभद्रा सेठाणि तिण वार ॥११॥सालि०... सेवक तब ते आवीनइं जोवइ, ते तउ पडीया कूया मझार । ततक्षण आवी राय वीनव्या, कूआ निरमायल श्रेणकराइ साधार ॥१२॥सालि०... पाइ पालउ परिवारइं श्रेणिक, पुहतलउ डर (?) सुभद्रा घरे। तलिया तोरण विंदन माला, नगर महोच्छव विवह पुरे ॥१३॥सालि०... माणिक मोती हीर प्रवाला, रतन पीरोजा थाल भरइ। अघडित सोनो लेईअ सुभद्रा, श्रेणिकराइंनइं भेटि करइं ॥१४॥सालि०... दूहाः माणिक मोती राखिज्यो, सोना रूपा धन्न । सालिभद्र देखालिनइ, तुम्ह घरि जेय रतन सुभद्रा चाली मिंदरई, उठउ कुमर संजूघ । तुझ घरि राजा आवियउ, सुदेखण लोडइ पूत ॥१६॥ ल्यउ क्रियाणा द्यउ धन्न, घालउ इणि भंडारि । जिसकी छत्रछाया वसइ, सु राजा ऊभओ बारि कुमर भणइ माता सुणउ, हम पूणि माथइ राइ। अजेसु पूरा पुन्नि नइं, कोइ करउ उपाय ढाल मात वचन सालिभद्रजी सांभली, सेज थकी उठ्यउ तिणि वार। सात सूरिज जिम उजल दीठउ, हरख्याउ श्रेणिकराइ तिवार ॥१९।।सालि०... आयउ कुमर लियउ उछरंगिइं, प्रघलण लागउ सघलउ अंग। बोलइ राजा खरउ विचार, धनि धनि सालिभद्र अवतार ॥२०॥सालि०... रतन जडत माहे तोरण दीठा, हीरे रतने को नही पार। गोभद्रसेठ तणउ घर दीठउ, आवी प्रसंसइ राजनह सभा मझार ॥२१॥सालि०... श्रेणिकराजा मनमांहि हरख्यु, तेतउ बोलइ अमृत वाणि । ॥१७॥ ॥१८॥ For Private and Personal Use Only
SR No.525351
Book TitleShrutsagar 2019 10 Volume 06 Issue 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHiren K Doshi
PublisherAcharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba
Publication Year2019
Total Pages36
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Shrutsagar, & India
File Size4 MB
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