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श्रुतसागर
मई-२०१९ उपलब्ध कराई जाती है तथा विविध विषयों के अभ्यास, स्वाध्यायादि हेतु पुस्तकें उपलब्ध करायी जाती हैं। इसके अतिरिक्त पाटण, खंभात आदि अनेक प्राचीन ज्ञानभंडारों में संरक्षित हस्तप्रतों तथा ताड़पत्रों की सूचनाएँ भी उन्हें उपलब्ध कराई जाती हैं।
इस ज्ञानमन्दिर का लाभ लेनेवाले विद्वानों में अनेक अग्रणी आचार्य भगवन्त, पू. साधु-साध्वीजी भगवन्त, देश-विदेश के विशिष्ट विद्वानों के साथ यहाँ नियमित वाचकों की संख्या १८५७ है. इन वाचकों को उनकी अपेक्षित हस्तप्रतों, मुद्रित पुस्तकों, मासिक अंकों तथा उनमें से उनकी वांछित कृतियों, लेखों, स्तुति, स्तवनों एवं सज्झायों की पीडीएफ तथा प्रिन्ट भी दिए जाते हैं। कुछ विशिष्ट विद्वान निम्नलिखित
१. जैन समाज के प्रमुख आचार्य भगवंत
पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्री जयघोषसूरिजी म.सा., पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्री पुण्यपालसूरिजी म.सा., पूज्य आचार्य श्री गुणरत्नसूरिजी म.सा., पूज्य आचार्य श्री शीलचंद्रसूरिजी म.सा., पूज्य आचार्य श्री मुनिचंद्रसूरिजी म.सा., पूज्य आचार्य श्री तीर्थभद्रसूरिजी म.सा., पूज्य आचार्य श्री योगतिलकसूरिजी म.सा., पूज्य मुनि श्री वैराग्यरतिविजयजी म.सा. (श्रुतभवन), पूज्य आचार्य श्री यशोविजयसूरिजी म.सा., पूज्य गणिवर्य श्री सुयशचन्द्रविजयजी म.सा., पूज्य मुनि श्री मेहुलप्रभसागरजी म.सा., पूज्य साध्वीश्री चंदनबालाश्रीजी आदि साधु-साध्वीजी भगवंतों को अपेक्षित पुस्तकें, जेरोक्स, प्रिन्ट एवं पीडीएफ सामग्री ई-मेल आदि से उपलब्ध कराई गई हैं। २. जैन समाज के अग्रणी विद्वान श्रावक-श्राविका ____ डॉ. कुमारपाल देसाई (अहमदाबाद), श्री गुणवंतभाई बरवालिया (मुंबई), डॉ. जितुभाई शाह (एल.डी. इन्डोलोजी, अहमदाबाद), श्री बाबुभाई सरेमलजी (साबरमती), श्रीमती भानुबेन सत्रा (मुंबई), श्रीमती रेणुकाबेन पोरवाल (मुंबई), छायाबेन शेठ बेंगलौर आदि विद्वानों को उनकी आवश्यकतानुसार पुस्तकें, जेरोक्स, प्रिन्ट एवं पीडीएफ उपलब्ध कराये गये हैं। ३. स्थानीय व विदेशी विद्वान
डॉ. विजयपाल शास्त्री (आयुर्वेद), डॉ. सागरमल जैन, स्व. डॉ. मधुसूदन ढाकी, डॉ, वसंत भट्ट, डॉ. कविन शाह, प्रो. कमलेश चोक्सी, डॉ. धवलभाई