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June-2017
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SHRUTSAGAR
पुहता शिवपुर पासजी ए, पामीयुं अविचल राज, नमो जिनरायनै ए; रूपपुरमाहि थापीया ए, पूरइ पूरइ वंछित काज, नमो जिनरायनै ए राजानी रानी भली ए, रूपादे मनरंग, नमो जिनरायनै ए; रूपपुर नगर वसावीयु ए, आणी आणी उलट अंग, नमो जिनरायनै ए ॥५॥ जिहां तलाव सोहामणुं ए, पाषाणबंध चुसाल, नमो जिनरायनै ए; आरा चिहुँदिशि शोभता ए, पावडीयाला विसाल, नमो जिनरायनै ए ॥६॥ धडनालां जाली भली ए, जल भर्यु लहिरे जाय, नमो जिनरायनै ए; सारस हंसने मोरडा ए, करइ करइ केलि सदाय, नमो जिनरायनै ए च्यारि वरण वसावीया ए, हरख धरी मनमाहिं, नमो जिनरायनै ए; पटिल साध सोहामणां ए, आण्या गामथी इयांहि , नमो जिनरायनै ए ॥८॥ वखतवंत व्यवहारीया ए, जीवदया प्रतिपाल, नमो जिनरायनै ए; पाधरदेवी थापीया ए, करै सहुनी रखवाल, नमो जिनरायनै ए चतुर्भुजदेव ईश्वर तणा ए, जिहां सोहै प्रासाद, नमो जिनरायनै ए; तिहां श्रीपासजिणेसरु ए, चैत्ये घंटानाद, नमो जिनरायनै ए ॥१०॥ पास मूरति तु मूलगी ए, बीजा बिंब अपार, नमो जिनरायनै ए; वंछित मनना पूरवइ ए, लोक तणा आधार, नमो जिनरायनै ए श्रीमहिमाप्रभसूरिना ए, शिष्य सुविनेयी सवीनीत, नमो जिनरायनै ए; श्रावक भाव घणो धरी ए, तेडी आण्या सुंदर चीत, नमो जिनरायनै ए ॥१२॥
ढाल-४ झूबखडांनी संवत सतरसत्तावनै, परव पज्जूसण सार, जयो जिन पासजी; रूपपूरमाहिं शोभता, पूरइ सहूनी आस, जयो जिन पासजी
श्रावक भाव भली परि, कीधा तप अपार, जयो जिन पासजी; (आंकणी) श्रीमांडण महिता तणा, त्रण पुत्ररतन, जयो जिन पासजी; मानसिंघ १ हाथी २ हीरजी ३ खरचइ धन सुभ मन, जयो जिन पासजी ॥२॥ साह रहीयाना बेटडा, धरमी श्रावक चीत, जयो जिन पासजी; सीहा चांपसी रूडै मनै, सहु श्रावक सुविनीत, जयो जिन पासजी श्री फूलबाई श्राविका, कीधा पन्नर उपवास, जयो जिन पासजी; अठाईतप अतिघणा, पंच उपवास उल्लास, जयो जिन पासजी
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