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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir समाचार सार श्री भद्रेश्वरतीर्थे छ'रिपालित संघ प्रवेश महापूजन परमश्रद्धेय परम पूज्य राष्ट्रसंत पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म. सा. आदि ठाणा एवं महातपस्वी प. पू. श्री शांतीचन्द्रसूरि म.सा आदि ठाणा सहित श्री भद्रेश्वरतीर्थ यात्रा संघ में निश्रा प्रदान की प्रतिदिन संघ व संघयात्रा विशिष्ट महत्त्व हेतु प. पू. गुरुदेवश्री एवं गणिवर्य श्री प्रशांतसागरजी म. सा. ने हृदय स्पर्शी प्रवचन दिया। संघवी परिवार के सभी सदस्यों ने उल्लास के साथ छ'री' का पालन किया। श्री भद्रेश्वरमहातीर्थ में शुभवेला में मंगल प्रवेश किया। तीर्थमंडन मूळनायक प्रभु श्री महावीर स्वामी को संघवी परिवार ने सुर्वणहार समर्पित किया। संधमाला परिधापन के मंगल अवसर की पूर्व क्षण में श्री संघ में पधारे उपकारी गुरुभगवंतश्री एवं पूज्य श्रमण-श्रमणी भगवंतो का बडे भाव के साथ गुरुपूजन किया। तत्पश्चात् संघमाला का मंगल विधान पू. गुरुदेवश्री के पावनकारी सान्निध्य में संपन्न हुआ। श्रीसंघ की निर्विघ्न परिपूर्णता के अवसर पर मुंबई शांताक्रुझ श्रीसंघ के मूलनायक प्रभु श्री कुंथुनाथ दादा को भी संघवी परिवार ने सुवर्णहार समर्पित किया। संघयात्रा में आये गाँव के प्रत्येक घर में मिठाई की प्रभावना की, तो शिक्षणसंस्थानों में ज्ञान के साधन नोटबुक, पेन ईत्यादि का वितरण भी श्री संघवी परिवार की ओर से किया गया। जो श्रीसंघ की एवं सब की अनुमोदना का महत्त्वपूर्ण कारण बना। मार्गशीर्ष वदि - ६ को निर्मलसंयम के साधक, गीतार्थ महापुरुष प. पू. श्री कैलाससागरसूरिश्वरजी म.सा के 'जन्म शताब्दीवर्ष की विशिष्ट सभा रखी गई। पूज्य गुरुभगवंत सहित उपस्थित सभी ने पूज्य गुरुदेवश्री के गुणसभर व्यक्तित्व एवं जिनशासन के लिए विशिष्ट दायित्व की अनुमोदना की। पूज्य गुरुभगवंतश्री की विहारयात्रा निरामय एवं निर्विघ्न व्यतीत हो रही है। विहार में पूज्य गुरुभगवंतश्री के अनन्यभक्त अदाणी परिवार और रत्नमणि परिवार के सभी सदस्यों की आग्रहभर विनंती से उनके निवासस्थान पर पावन पदार्पण किया। पूज्य गुरुभगवंतश्री के मंगल पदार्पण बाद पू. गुरुदेवश्री ने अपनी मीठी बोली में धर्मचर्चा की। पूज्य गुरुदेवश्री आदि ठाणा सहित श्री शंखेश्वरतीर्थ के दर्शन कर फरवरी मास में कोबा तीर्थ पहोंचने की संभावना है। For Private and Personal Use Only
SR No.525286
Book TitleShrutsagar Ank 2014 01 036
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMukeshbhai N Shah and Others
PublisherAcharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba
Publication Year2014
Total Pages36
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Shrutsagar, & India
File Size2 MB
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