SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 24
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra २२ www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 3 राजा उग्रसेनना पुत्र नभसेन साथे कमलामेलानी सगाई. 8 नारदनुं उग्रसेनना घरे आववुं. * नभसेन द्वारा नारदनो विनयभंग. सागरचंद रासना कथा अंश ॐ बलभद्रना पुत्र निषधने प्रभावती राणीथी पुत्र सागरचंद्रनो जन्म. * शांबकुमार साथे सागरचंद्रनी घनिष्ठ आत्मीयता, * धनसेन नामना राजानी कमलामेला नामनी कन्या. मार्च २०१३ ॐ नारद द्वारा नभसेनने दंड आपका विचार. * सागरचंद्रने त्यां नारदनी पधरामणी. * नारदनो सागरचंद्र साथै कमलामेला संबंधी वार्तालाप. * सागरचंद्रने कमलामेलानी प्राप्तिनी इच्छा. * कमलामेलने त्यां नारदनुं आगमन. ॐ नभसेननी कुरूपता अने सागरचंद्रनी सुंदरतानुं वर्णन. * कमलामेलानी प्राप्ति माटे शांबकुमारने सागरचंद्रनी प्रार्थना. * कमलामेलानी प्राप्ति अर्थे शांब अने प्रद्युम्ननी मंत्रणा. राजा धनसेनना महलमां कमलामेलाना लग्ननी तैयारी. * काउसग्ग ध्याने स्मशानमां सागरचंद्र. * नभसेन द्वारा सागरचंद्रने उपसर्ग. * समताथी सागरचंद्रनुं स्वर्ग-गमन. - * नभसेन अने स्वजन - परिजनोनुं जान साथे कमलामेलाने त्यां आगमन. * शांब द्वारा प्रज्ञप्तिविद्याना प्रयोगे कमलामेलानुं अपहरण. * रैवत उद्यानमां सागरचंद्र साथै कमलामेलाना लग्न. For Private and Personal Use Only * कमलामेलानी शोधमां यादवोनुं रैवत उद्यानमा आवj. * राजा उग्रसेन अने धनसेननी कृष्णने आ अंगे न्याय करवा विनंती. * शांब - प्रद्युम्न अने कृष्णनो संवाद * सागरचंद्रनो नगर प्रवेश. # नेमिनाथ भगवाननी द्वारिका नगरीमा पधरामणी. * भगवाननी देशनाथी सागरचंद्रए श्रावकधर्म अंगीकार कर्यो. * पर्व दिवसे पौषधशाळामां पौषधनी आराधनामां लीन सागरचंद्र.
SR No.525276
Book TitleShrutsagar Ank 2013 03 026
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMukeshbhai N Shah and Others
PublisherAcharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba
Publication Year2013
Total Pages84
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Shrutsagar, & India
File Size3 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy