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पन्यास प्रवरश्री अमृतसागरजी आचार्यपद प्रदान
महोत्सव विशेषांक
आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर की अहमदाबाद स्थित शाखा : अहमदाबाद के विविध उपाश्रयों में स्थिरता कर रहे पूज्य साधु-भगवंतों तथा श्रावकों की सुविधा हेतु अहमदाबाद के जैन बहुसंख्यक क्षेत्र पालडी में १९ नवम्बर १९९९ को पूज्य आचार्य श्री पद्मसागरसूरिजी म.सा. की शुभ प्रेरणा व आशीर्वाद से आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर का
शाखा ग्रंथालय विधिवत् प्रारम्भ किया गया. यहाँ के साहित्य वाचकों को उपलब्ध करने के अतिरिक्त कोबा स्थित ग्रंथालय की पुस्तकें भी वाचकों की योग्यतानुसार नियमित रूप से मंगवा कर दी जाती हैं. यहाँ से दी गई वाचक सेवाओं की संक्षिप्त रूपरेखा इस प्रकार है१.५.१२७
पुस्तके वाचकों को ईश्यु की गई. २.४.९५१
पुस्तके वाचकों से वापस आई. ३.२५०
वाचक इस शहरशाखा के सदस्य हैं, जिनमें से १०० नियमित वाचक हैं. ४.५.४४२
पुस्तकें भेंट स्वरूप प्राप्त हुईं. ५. ग्रंथालय संबंधी कार्यों के अतिरिक्त श्री महावीर जैन आराधना केंद्र, कोबा के अहमदाबाद में जनसंपर्क सम्बन्धी विविध कार्य इस शाखा के द्वारा किये जाते हैं.
६. आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर की परियोजनाओं हेतु डेटा एन्ट्री का कार्य भी किया जाता है. श्रुत सरिता :
इस बुक स्टाल में उचित मूल्य पर उत्कृष्ट जैन साहित्य, आराधना सामग्री, धार्मिक उपकरण, कैसेट्स एवं सी.डी. आदि उपलब्ध किये जाते हैं. यहाँ यात्रियों के लिए एस.टी.डी टेलीफोन बूथ भी कार्यरत है.
प. पू. आचार्य श्री कैलाससागरसूरीश्वरजी म. सा. की पुण्य स्मृति में प.पू. आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म. सा. की पावन प्रेरणा से निर्मित एवं समाज के मूर्धन्य दानवीरों के सहयोग से संचालित संयम, शिक्षा व संस्कृति-संरक्षण का त्रिवेणी संगम महातीर्थ का रूप प्राप्त कर चुका है. श्रुतज्ञानाकाश में देदीप्यमान नक्षत्र की भाँति जैन व प्राच्य-विद्या के प्रांगण को आलोकित कर रहा यह ज्ञानमंदिर आने वाली पीढी के लिए पथ प्रदर्शक का कार्य करने में समर्थ होगा.
ઓગણીસ પ્રકાII Gર્ણદોષના જ્ઞાતા સાથે સતર પ્રકારના મeણાના સ્વરૂપના દેશનાક્ષ આવા છplીણ ગુણોથી યુક્ત
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શ્રી જૈન sીકટ ફેડરેશન પરિવાર, મુંબઈ) (શ્રમeણ આરોગ્યમ સમી સપ્રદાય કે પૂ.સાધુ સાધ્વીજી ભગવંતોં કી ભારતમe
મેં સર્વત્ર ચિંતામુકતયિકલા ડી અભિનવ યોજવી.)
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