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________________ गुजराती अनुवाद : नहीं तोडेला रागवाला धनवाहन साधु पण साधुपणाचं पालन करीने विधिपूर्वक समाधि वडे काल करीने बीजा देवलोकमां उत्पन्न थया। हिन्दी अनुवाद : नहीं तोड़े हुए रागवाले धनवाहन साधु भी साधुत्व का पालन कर विधिपूर्वक समाधि के द्वारा काल कर (मृत्यु को प्राप्त कर) दूसरे देवलोक में उत्पन्न हुआ। गाहा : सामाणिय-ठाणम्मि देवस्स ससिप्पहस्स सो जाओ। भासुर-सरीरधारी देवो विज्जुप्पहो नाम ।। २२४।। संस्कृत छाया : सामानीक-स्थाने देवस्य शशिप्रभस्य स जातः । भासुरशरीरधारी देवो विद्युत्प्रभो नाम ।। २२४।। गुजराती अनुवाद :___ अने ते शशिप्रय देवनन्मो तेजस्वी शरीरवालो विद्युत्प्रभ नामनो सामानिक स्थानीय देव थयो। हिन्दी अनुवाद : और वह शशिप्रभ देव के समान तेजस्वी शरीरवाला विद्युत्प्रभ नामक सामानिक स्थानीय देव हुआ। (अनंगवती ते विद्युत्प्रभनी चंद्रलेखा देवी) गाहा : सावि हु अणंगवइया अविगय-रागा चरित्तु सामन्नं । विज्जुप्पहस्स जाया देवी अह चंदरेहत्ति ।। २२५।। संस्कृत छाया : साऽपि खल्वनङ्गवत्यविगतरागा चरित्वा श्रामण्यम् । विद्युत्प्रभस्य जाता देव्यथ चन्द्रलेखा इति ।। २२५।। गुजराती अनुवाद : नहीं त्यजेला रागवाली ते अनंगवति पण साधुपणुं पालीने विद्युतप्रध देवनी चंद्रलेखा नामनी देवी थई। 603
SR No.525071
Book TitleSramana 2010 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreeprakash Pandey
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year2010
Total Pages272
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size20 MB
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