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________________ गुजराती अर्थ :- आ लोकमां संभळाय छे के आपने पांच बाण होय छे परंतु मारा माटे तो तुं हजारो बाण जेवो थयो होय तेवू लागे छ। हिन्दी अनुवाद : - इस लोक में सुनाई देता है कि आप पांच बाण वाले होते हैं, किन्तु मेरे लिए तो आप हजार (बाणों) वाले लगते हो। गाहा : जइ ताव मज्झ पहरसि पहरसु को तं निवारइ भयवं!। नवरं तह मह पहरसु कयंत-भवणे जह वयामि।।१५।। संस्कृत छाया : यदि तावद् मे प्रहरसि प्रहर कस्त्वां निवारयति भगवन् । नवरं तथा मम प्रहर कृतान्त-भवने यथा व्रजामि ।।१५।। गुजराती अर्थ :- हे भगवन् ! जो तमारे मने प्रहार करवो ज होय तो सुखेथी प्रहार करो तमने कोण रोकी शके? परंतु मने ते रीते प्रहार को के जेथी हुँ यमलोकमां पहोंचुं। हिन्दी अनुवाद :- हे भगवन् यदि आपको मुझ पर प्रहार करना है तो कीजिए! आपको कौन रोक सकता है, किन्तु इस तरह प्रहार कीजिए कि मैं सीधे ही यमराज को भेंट हो जाऊँ। गाहा : तुमए पुण तह पहया जह न मया नेय जीविया अहयं । ता किं भणामि इण्हिं सरणम्मि समागया तुज्झ? ।।१६।। संस्कृत छाया : त्वया पुनस्तथा प्रहता यथा न मृता नैव जीविताहकम् । ततः किं भणामि इदानीं शरणे(णं) समागता तव ।।१६।। गुजराती अर्थ :- वळी, आपे मने ए रीते मारी के जे कारणथी हुं मरी पण नही अने जीवती पण नथी, आथी विशेष शुं कहुं? हवे तो हुं तमारा शरणे आवी छु। हिन्दी अनुवाद :- किन्तु आपने तो मुझ पर इस प्रकार का प्रहार किया कि मेरी मृत्यु भी नहीं हुई और न मैं जी रही हूँ, इससे विशेष क्या कहूँ, फिलहाल तो मैं आपके शरण में आई हैं। गाहा : दगुस्स हुयवहेणं सो चेव जहोसहं तु लोयस्स । तुमए पीडिय-देहा तह सरणं तुज्झ अल्लीणा ।।१७।। Jain Education International 325 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.525065
Book TitleSramana 2008 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreeprakash Pandey, Vijay Kumar
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year2008
Total Pages242
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size10 MB
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