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गुजराती अर्थ
वळी पुण्यरहित मारी तेणीनां दर्शनना विषे जे आशा हती तेनो पण खरेखर अधाव छे तो पण हुं मारा प्राणोने धारण करुं छु. हिन्दी अनुवाद
मुझ अभागे की उसे देखने की जो आशा थी उसका भी सर्वथा अभाव है । फिर भी मैंने अपने प्राण धारण किये हैं ।
गाहा
कित्तियमित्तं दुक्खं होते वयण-क्कमम्मि तुह भद्द!? ।
जं मह मण-दइयाए ठाणाई अयाणमाणस्स ।।१५।। संस्कृत छाया
कियन्मात्रं दुःखं भवति वचनक्रमे तव हे भद्र!? ।
यन्मे मनोदयितायाः स्थानान्यजानतः ।।१५।। गुजराती अर्थ
हे अद्र ! (आटला चधा आश्वासनो) वचनोनी परंपरा होवा छतां तमने आटलुं दुःख छे तो पछी प्रियाना स्थानो (समाचार आदि)ने नहीं जाणता मने (केटलुं दुःख हशे ।) हिन्दी अनुवाद
हे भद्र ! (इतने सारे आश्वासनों) वचन परम्परा के बावजूद तुम्हें कितना दुःखं है । तो फिर मनोदायिता के स्थानों (समाचार आदि) को नहीं जानने वाले मुझे कितना (कष्ट होगा ?)
गाहा
तत्तो य मए भणियं साहसु मह ताव नियय-वुत्तंतं ।
ठाणंपि नेय जाणसि कह णु तुमं नियय-दइयाए? ।।१६।। संस्कृत छाया
ततश्च मया भणितं कथय मे तावन्निजक-वृत्तान्तम् ।
स्थानमपि नैव जानासि कथ-न्नु त्वं निजकदयितायाः? ।।१६।। गुजराती अर्थ
त्यारपछी में कां - 'तमाटो पोतानो वृतान्त मने जणावो, तमे तमारी प्रियतमानुं स्थान पण केम जाणता नथी ?
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