________________
हिन्दी खण्ड प्राकृत कथा-साहित्य में सांस्कृतिक चेतना कर्पूरमञ्जरी में भारतीय समाज
तत्त्वार्थसूत्र का पूरक ग्रन्थ : जैन सिद्धान्त-दीपिका * भारतीय व्याकरण शास्त्र की परम्परा पद्म पुराण में राम का कथानक और उसका सांस्कृतिक पक्ष धम्म चक्र प्रवर्तन सूत्र : मानवीय दुःख विमुक्ति का निदान पत्र प्रतीत्यसमुत्पाद और निमित्तोपादानवाद महावीर कालीन मत-मतान्तर : पुनर्निरीक्षण जैन धर्म के जीवन मूल्यों की प्रासङ्गिकता वैदिक ऋषियों का जैन परम्परा में आत्मसातीकरण 'दया-मृत्यु' एवं 'संथारा-प्रथा' का वैज्ञानिक आधार जैन श्रमण संघ में विधि शास्त्र का विकास देवानन्दा-अभिनन्दन
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org