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११२ : श्रमण, वर्ष ५५, अंक १- ६ / जनवरी-:
१९. राजगृह
२२. राजगृह
२५. मिथिला
२८. वाणिज्यग्राम
३१. वैशाली
३४. नालन्दा
३७. राजगृह
४०. मिथिला
२७.
३०. वाणिज्यग्राम
३३. राजगृह
३६. मिथिला
३९. मिथिला
४२. पावा
गौतम बुद्ध ने ५२७-२८ ई०पू० में पैंतीस वर्ष की अवस्था में बोधि प्राप्त किया और ४८३ ई०पू० में अस्सी वर्ष की आयु में इनका निर्वाण हुआ। इस तरह पैंतालीस वर्ष में इन्होंने पैंतालीस वर्षावास व्यतीत किया। जिनका क्रम निम्नवत है :
वर्षावास
प्रथम
द्वितीय
तृतीय
चतुर्थ
पंचम
षष्ठ
सप्तम
अष्टम
नवम
दशम
ग्यारह
बारह
तेरह
चौदह
पन्द्रह
सोलह
सत्रह
अठारह
उन्नीस
बीस
इक्कीस से पैंतालीस
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२०. वैशाली
२३. वाणिज्यग्राम
२६. मिथिला
२९. राजगृह
३२. वैशाली
३५. वैशाली
३८. नालन्दा
४१. राजगृह
स्थान
ऋषिपत्तन मृगदाव राजगृह (वेलुवन)
- जून २००४
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वैशाली ( महावन कूटागारशाला)
मंकुल पर्वत ( अनुपिय) त्रायस्त्रिंश
नाला वेरंजा
सुंसुमारगिरि (भग्गदेश)
कौशाम्बी (घोषिताराम विहार)
पारिलेम्पक (वनखण्ड )
चालय पर्वत
श्रावस्ती (जेतवन विहार )
कपिलवस्तु
आलवी
राजगृह चालियपर्वत
२१. वाणिज्यग्राम
२४. राजगृह
मिथिला
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राजगृह श्रावस्ती
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