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________________ दिगम्बर जैन जातियाँ : उद्भव एवं विकास : १३ १. २६३ जातियां मिलती थी इस बारे में वे मौन हैं। सन् १९४१ में एक जातियों की जनगणना की गई थी तब ८४ के स्थान पर केवल ७० जातियों की जानकारी दी गई। उस समय देश में ७० जैन जातियों की जनसंख्या निम्न प्रकार थी - क्रमांक जाति जनसंख्या क्रमांक जाति जनसंख्या खण्डेलवाल ६४७२६ २६. काम्भोज जैसवाल ११०८९ २७. समैय्या ११०७ अग्रवाल ६७१२१ २८. असाटी ४६७ ४. परवार ५४८७३ २९. हूंबड़ (दस्सा-बीसा) २०६३४ पल्लीवाल ४२७२ ३०. पंचम ३२५५६ ६. गोलालारे ५५८२ ३१. चतुर्थ ६९२८५ ७. विनैक्या ३६८५ ३२. बदनेरे ५०१ ८. . ओसवाल (दि.)७४७ ३३. नेमा वरैय्या १५८४ ३४. भावसार ८० १०. गंगेरवाल ७७२ ३५. नरसिंहपुरा (दस्सा-बीसा) ७०६५ ११. दिगम्बर जैन ११६७ ३६. सेतवाल २०८८९ १२. पोरवाल ११५ . ३७. मेवाड़ा २१६० १३. बुढले ५६६ ३८. नागदा ३५५१ १४. लोहिया ६०२ ३९. चित्तौड़ा (दस्सा-बीसा) ८५७ १५. गोलसिधारे ६२९ ४०. श्रीमाल ७८० १६. खरौवा १७५० ४१. सेलवार ४३३ १७. लमेचू १९७७ ४२. श्रवक ८४६७ १८. , गोलापूर्व १०८३४ ४३. सादर (जैन) ११२४१ १९. चरनागरे १९८७ ४४. बोगार २४३१ २०. धाकड़ १२७२ ४५. जैन दिगम्बर ९७७२ २१. कठनेरा ६९९ ४६. हरदर २३६ २२. पोरवाड़ २५८१ ४७. उपाध्याय १२१६ २३. कासार ९९८७ ब्राह्मण जैन ७०४ २४. बघेरवाल ४३२४ ४९. खुरसाले २४० २५. अयोध्यावासी ५९२ ५०. २० अन्य जातियों की संख्या १०० से कम है और सब मिलाकर ७०६ ४८. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.525051
Book TitleSramana 2003 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year2003
Total Pages156
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size7 MB
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