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को कैवल्य प्राप्ति के पश्चात् एक तीर्थंकर के रूप में निरूपित किया गया है, जिनके साथ अष्टप्रातिहार्य भी है और महावीर से सम्बन्धित धर्मसंघ के रक्षक देवताओं के रूप में शासन देवता भी हैं। यह एलोरा की महावीर मूर्तियों का वैशिष्ट्य माना जा सकता है।
सन्दर्भ :
१. मारुति नन्दन प्रसाद तिवारी, पार्श्वनाथ इमेजेज इन एलोरा', अर्हत् पार्श्व धरणेन्द्रनेक्सस, (संपा० एम०ए० ढांकी), दिल्ली १९७७ ई०, पृ० १०८.
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२. एलोरा में ईसापूर्व दूसरी सदी से पांचवी सदी ई० तक के दो हजार साल पुराने एक प्राचीन शहर के अवशेष भी हैं।
३. जेम्स फर्ग्युसन एण्ड जेम्स बर्जेस, दी केव टेम्पल्स ऑफ इण्डिया, लन्दन १८८० ई०; जेम्स बर्जेस, ए गाइड टू एलोरा केव टेम्पल्स, हैदराबाद १९२६ ई०; रिपोर्ट आन दी एलोरा केव टेम्पल्स एण्ड अदर ब्रह्मनिकल एण्ड जैन केव्स इन वेस्टर्न इण्डिया (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ वेस्टर्न इण्डिया), बम्बई, खण्ड ५, पृ० ७-५८ (पुनर्मुद्रित ), वाराणसी १९७० ई०; ओ०सी० गांगुली, दी आर्ट आफ दी राष्ट्रकूटाज, न्यूयार्क १९५८ ई०; आर०एम० गुप्ते एण्ड बी०डी० महाजन, अजन्ता, एलोरा एण्ड औरंगाबाद केव्स, बम्बई १९६२ ई; जॉन बी० शीले, दी वन्डर्स ऑफ एलोरा, द्वितीय संस्करण, दिल्ली (पुनर्मुद्रित ) १९७५ ई; टी०वी० पति, एलोरा आर्ट एण्ड कल्चर, नयी दिल्ली १९८० ई०; (संपा० ) रतन परिमू, दीपक कनाल आदि, एलोरा केव्स स्कल्पचर्स एण्ड आर्किटेक्चर, नयी दिल्ली १९८८ ई०; आनन्द प्रकाश श्रीवास्तव, एलोरा की ब्राह्मण देव प्रतिमाएँ, इलाहाबाद १९८८ ई०; एलोरा की शैव प्रतिमाएँ, नयी दिल्ली १९९३.
४. एलोरा गुफाओं के परिचय सूचनापट्ट से उद्धृत, विस्तार के लिए द्रष्टव्य आर०एस० गुप्ते एण्ड बी०डी० महाजन, अजंता एलोरा एण्ड औरंगाबाद केक्स, पृ० २१८ - २४.
७.
मारुति नन्दन प्रसाद तिवारी, 'इमेजेज ऑफ बाहुबली इन एलोरा', एलोरा केव्स स्कल्पचर्स एण्ड आर्किटेक्चर (संपा० रतन परिमू एवं अन्य), नई दिल्ली १९८८ ई०.
६. विस्तार के लिए द्रष्टव्य आर०एस० गुप्ते एण्ड बी०डी० महाजन, पूर्वनिर्दिष्ट, पृ० २१८ - २४; मारुति नन्दन प्रसाद तिवारी, जैन प्रतिमा विज्ञान, वाराणसी १९८१ ई०, पृ० १३५, १४४, १६२, २३०, २४३.
आनन्द प्रकाश श्रीवास्तव, एलोरा की ब्राह्मण देव प्रतिमाएँ, पृ० ८.