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श्रमण/जनवरी-मार्च/१९९९ अपने जीवन के अंतिम समय तक आप श्रमण विद्या के अध्ययन और शोध में लगे रहे। आप एकमात्र ऐसे विद्वान् थे जिनकी जैन और बौद्ध धर्म दोनों में समान रूप से तलस्पर्शी पैठ थी। देश-विदेश में श्रमण विद्या के अध्ययन प्रति लोगों में रुचि पैदा करने के लिये आपने अथक परिश्रम किया। पार्श्वनाथ विद्यापीठ के प्रति आपका विशेष स्नेह रहा है। आप विभिन्न अवसरों पर प्राय: यहां पधारते रहे हैं। आपके निधन से श्रमण विद्या के अध्ययनसंशोधन के क्षेत्र में जो क्षति हुई है, उसकी पूर्ति होना प्राय: असंभव ही है। आपके निधन का समाचार सुनते ही विद्यापीठ में एक शोकसभा आयोजित की गयी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात् उस दिन अवकाश घोषित कर दिया गया।
श्री हरखचन्द जी नाहटा दिवंगत नई दिल्ली- २२ फरवरी : श्री अखिल भारतीय जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ महासंघ के अध्यक्ष, श्वेताम्बर जैन समाज के शीर्ष नेता तथा सुप्रसिद्ध विद्वान् श्री भंवरलाल जी नाहटा के अनुज श्री हरखचन्द जी नाहटा का रविवार २१ फरवरी को नई दिल्ली में हृदयाघात से निधन हो गया। १८ जुलाई १९३६ को बीकानेर में एक लब्ध प्रतिष्ठित तथा सुसंस्कृत परिवार में जन्मे श्री नाहटा जी बचपन से ही मेधावी तथा दृढ़ संकल्पी थे। उन्होंने अपने पारम्परिक व्यवसाय से हटकर भूपरिवहन, फिल्म निर्माण, फाइनेन्स तथा भूमि जैसे नये क्षेत्रों में पदार्पण किया और अति शीघ्र ही उन्नति के शिखर पर पहुँच गये।
श्री श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन तीर्थरक्षा ट्रस्ट, आनन्दजी कल्याण जी की पेढ़ी, श्री विचक्षण सेवा केन्द्र, प्राकृत भारती अकादमी जैसी ६० से ज्यादा संस्थाओं से जुड़े श्री नाहटा जी ने मंदिर, उपाश्रय, दादावाड़ी, स्कूल, धर्मशाला, अस्पताल आदि के निर्माण तथा संचालन में यथेष्ट योगदान दिया। हंसमुख और दृढ़प्रतिज्ञ श्री नाहटा जी को उनकी बहुविध अमूल्य सेवाओं की स्वीकृति तथा कृतज्ञतास्वरूप विभिन्न राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय अलंकरणों तथा पदवियों से सम्मानित किया गया। वस्तुत: श्री नाहटा जी एक संस्था स्वरूप व्यक्ति थे जिनके देहावसान से एक अपूरणीय क्षति हुई है। पार्श्वनाथ विद्यापीठ श्री नाहटाजी के असामयिक निधन से मर्माहत है और इस महान शोक की घड़ी में उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवार के साथ है। छोटी दादावाड़ी,साउथ एक्सेटेंशन, द्वितीय, नई दिल्ली में आयोजित विशाल श्रद्धांजलि सभा में समाज के सभी वर्गों के प्रतिनिधियों, राजनेताओं आदि ने श्री नाहटा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।