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कर्म और कर्मबन्ध : 21
564-565 13. भगवती सूत्र ( अंग्रेजी अनुवाद ), जैनभवन, कलकत्ता, 1975, पृ0 57, 98, 124 14. पुष्पदंत भूतबलि, षटखण्डागम (धवला - 12), अमरावती, 1955, पृ0 283-285, 288 15. आचार्य कुन्दकुन्द, समयसार, कुन्दकुन्द भारती, दिल्ली, 1978, पृ0 88, 122, 139,
211, 192 16. भगवती ( अंग्रेजी अनुवाद ), पृ0 57, 98, 124 17. उपाध्याय, कर्म का दार्शनिक वैज्ञानिक विवेचन, पृ0 70, 79 18. वही । 19. वही। 20. प्रवचनसार, पृ0 221, 74 21. उपाध्याय, कर्म का दार्शनिक वैज्ञानिक विवेचन, पृ0 70-79 22. अकलंक, राजवार्तिक, पृ0 508, 532, 561, 564-565, 585 23. वही । 24. कुन्दकुन्द, समयसार, पृ0 66, 88, 99, 122, 139, 192, 211 25. षट्खण्डागम, (धवला -12), पृ0 283-285, 288 26. राजवार्तिक-2, पृ0 497, 508, 532, 561-565 27. षट्खण्डागम, पृ0 283-285, 288 28. सुधर्मा, स्वामी (क) ठाणांग, जैन विश्वभारती, लाडनूं, 1976, पृ0 580
(ख ) समवायांग, वही, 1984, पृ017 29. "भगवती सूत्र ( अंग्रजी अनुवाद ), जैनभवन, कलकत्ता, 1975, पृ0 57, 98, 124 30. अकलंक, "राजवार्तिक-2" भा० ज्ञानपीठ, दिल्ली, 1957, पृ0 585, 497, 532,
561, 508, 564-565. 31. वही । 32. आचार्य, कुन्दकुन्द, समयसार, कुन्दकुन्द भारती, दिल्ली 1978, फू0 88, 122, 139,
66, 99, 133, 211, 192 33. भाष्करनन्दि, तत्त्वार्थसूत्र टीका, मैसूर, 1944, पृ0 183-187 34. शास्त्री फूलचन्द्र, "आर्किचित्कर : एक अनुशीलन", काशी, 1990, पृ0 93, 43 35. अकलंक, "राजवार्तिक-2", भा० ज्ञानपीठ, दिल्ली, 1957, पृ0 585, 497, 532,
561, 508, 564-565 36. उपाध्याय कनकनन्दि, "कर्म का दार्शनिक वैज्ञानिक विवेचन", धर्म दर्शन विज्ञान शोध
प्रकाशन, वड़ौत, 1990, पृ0 70, 79, 10,XI. 37. शास्त्री, फूलचन्द्र, "अकिंचित्करः एक अनुशीलन", काशी, 1990, पृ0 93, 43 38. पुष्पदन्त-भूतबलि, आचार्य, "षट्खण्डागम (धवला-12)", अमरावती, 1955, पृ0 288,
283-285
39. शास्त्री, फूलचन्द्र, "अकिंचित्कर : एक अनुशीलन", काशी, 1990, पृ0 93, 43 Jain Education International For Private & Personal Use Only
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