________________
Jain Education International
19.
20.
21.
For Private & Personal Use Only
22.
www.jainelibrary.org
23.
24.
25.
26.
27.
28.
1590
1596
1599
1599
1605
1608
1609
1611
1624
1650
वैशाख सुदि 5 शुक्रवार पौष वदि 5
तिथिविहीन
कार्तिक सुदि 6 शनिवार भाद्रपद वदि 5
शुक्रवार
वैशाख सुदि 13
शुक्रवार चैत्र सुदि 5
पौष सुदि 9
मंगलवार चैत्र सुदि 5 शनिवार
कार्तिक सुदि 5
प्रतिलेखन की दाता प्रशस्ति
प्रतिलेखनप्रशस्ति
संगीतोपनिषतसारोद्धार प्रतिलेखनप्रशस्ति
दशवैकालिकवृत्ति
दशवेकालिक अवचूरि
औपपातिकसूत्र
आचारांगदीपिका
यतिदिनचर्या
प्रज्ञापनावृत्ति
प्रतिलेखन की दाता प्रशस्ति
प्रतिलेखन की दाता प्रशस्ति
प्रतिलेखन की दाता प्रशस्ति प्रतिलेखन की
दाता प्रशस्ति
जिनस्तवन अवचूरि
प्रतिलेखनप्रशस्ति
त्रिषष्टिशलाकापुरुष- प्रतिलेखनप्रशस्ति
चरित एवं परिशिष्टपर्व
तत्त्वचिन्तामणि
प्रतिलेखन की दाता प्रशस्ति
कमलप्रभसूरि एवं उनके पट्टधर पुण्यप्रभसूर पुण्यप्रभसूरि एवं उनके
शिष्य भीमा
पुण्यप्रभसूरि एवं उनके
शिष्य भीमा
कमलप्रभसूरि एवं उनके पट्टधर पुण्यप्रभसूर भुवनप्रभसूरि एवं उनके पट्टधर कमलप्रभसूरि
एवं उनके पट्टधर पुण्यप्रभसूरि कमलप्रभसूरि एवं उनके
पट्टधर पुण्यप्रभसूर भुवनप्रभसूरि के
पट्टधर कमलप्रभसूरि के पट्टधर पुण्यप्रभसूरि पुण्यप्रभसूर
भुवनप्रभसूरि के शिष्य
पुण्यप्रभसूर के पट्टधर
विद्याप्रभसूरि
विद्याप्रभसूरि के शिष्य ललितप्रभसूरि
भीमा
भीमा
वही, क्रमांक 1035
पृ. 84
वही, क्रमांक 1084
पृ. 87
वही, क्रमांक 6365
पृ. 417-418
वही, क्रमांक 351
पृ. 32
वही, क्रमांक 206
पृ. 18
वही, क्रमांक 2800
पृ. 140
वही, क्रमांक 396
पृ. 36
वही, क्रमांक 1193
पृ. 90
वही, क्रमांक 3783
पृ. 216.217
वही, क्रमांक 95
पृ. 10
52
श्रमण, अक्टूबर-दिसम्बर, १८८२