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जैनविद्या - 20-21
91 10. मानव मूल्य और साहित्य, पृष्ठ 4 11. वही, पृष्ठ 21 12. हिन्दी कविता, संवेदना और दृष्टि, पृष्ठ 45 13. मानव मूल्य और साहित्य, पृष्ठ 21 14. 'हंस' के अप्रेल 1939 के अंक में प्रकाशित कविता, अज्ञेय 15. तत्वार्थवार्तिक 1.1 16. तत्त्वार्थसूत्र 1.1 17. तत्त्वार्थवार्तिक 7.21.26 18. तत्त्वार्थसूत्र 5.21 19. तत्त्वार्थवार्तिक 5.21.1-2 20. वही, 7.38.1 21. सर्वार्थसिद्धि 7.11.683 22. तत्वार्थवार्तिक, 7.11.1 23. वही, 7.11.8 भावसाम्य देखिए - खम्मामि सव्व जीवाणं सव्वे जीवा खमंतु मे।
मित्ती मे सव्व भूदेसु, वैरं मज्झं ण केण वि॥ - मूलाचार, गाथा 43 24. तत्त्वार्थवार्तिक 7.11.1-4 25. वही, 7.11.5-7 26. वही, 1.2.30 27. वही, 6.12.3 28. वही, 7.11.3 29. वही, 7.11.5-8 30. सर्वार्थसिद्धि, 7.11.683 31. तत्त्वार्थवार्तिक, 7.11.1-4 32. वही, 7.11.5-7 33. वही, 6.24.1 34. वही, 6.24.13 35. वही, 6.24.9 36. वही, 6.12.13 37. वही, 6.3.1-2 38. वही, 7.1.6 39. वही, 7.13.6-11 40. वही, 8.1.13-14 41. वही, 7.9.2 42. वही, 6.17. 43. वही, 6.12.6 44. वही, 9.6.2 45. वही, 9.6.27 46. वही, 4.22.10 47. वही, 6.18.1