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जैनविद्या
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11. पंचास्तिकायसंग्रह 64,प्रवचनसार, 168 । 12. प. का. 65, प्र. सा. 169, म. सा. 91, 312-13 । 13. समयसार, 132-36 तथा अमृतचन्द्र कृत टीका । 14. पंचास्तिकाय संग्रह 66 तथा इस पर अमृतचन्द्र कृत टीका । 15. वही, 67 व टीका । 16. समयसार, 80-82।
समयसार, 83-84,98, 105-108, 349-55। 18. वही, 105 । 19, वही, 84 की टीका । 20. वही, 308-11 पर टीका। 21. वही, 372 । 22. पंचास्तिकायसंग्रह, 7 ।