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________________ हमारे महत्त्वपूर्ण प्रकाशन 1-5. राजस्थान के जैन शास्त्र भण्डारों की ग्रंथ सूची-तृतीय, चतुर्थ एवं पंचम भाग सम्पादक-डॉ० कस्तूरचन्द कासलीवाल एवं पं० अनूपचन्द न्यायतीर्थ 170.00 6. जैन ग्रंथ भंडासं इन राजस्थान-शोधप्रबन्ध–डॉ० कस्तूरचन्द कासलीवाल 7. प्रशस्ति संग्रह–सम्पादक-डॉ० कस्तूरचन्द कासलीवाल 14.00 8. राजस्थान के जैन संत : व्यक्तित्व एवं कृतित्व-डॉ० कस्तूरचन्द कासलीवाल 20.00 9. महाकवि दौलतराम कासलीवाल : व्यक्तित्व एवं कृतित्व -डॉ० कस्तूरचन्द कासलीवाल 2000 10. जैन शोध और समीक्षा-लेखक-डॉ० प्रेमसागर जैन 20.00 11. जिणदत्त चरित-सम्पादक-डॉ० माताप्रसाद गुप्त एवं डॉ० कासलीवाल 12.00 12. प्रद्युम्न चरित-पं० चैनसुख दास न्यायतीर्थ एवं डॉ० कासलीवाल 12.00 13. हिन्दी पद संग्रह–सम्पादक-डॉ० कस्तूरचन्द कासलीवाल 10.00 ___14. सर्वार्थसिद्धिसार–सम्पादक-पं० चैनसुखदास न्यायतीर्थ 10.00 15. चम्पा शतक–सम्पादक-डॉ० कस्तूरचन्द कासलीवाल 600 16. तामिल भाषा का जैन साहित्य-सम्पादक-श्री भंवरलाल पोल्याका 1.00 17. वचनदूतम्-(पूर्वार्द्ध एवं उत्तरार्द्ध)-लेखक-पं० मूलचन्द शास्त्री, प्रत्येक 10.00 18. तीर्थंकर वर्धमान महावीर-लेखक-पं० पदमचन्द शास्त्री 10.00 19. पं० चैनसुखदास न्यायतीर्थ स्मृति ग्रन्थ 50.00 20. बाहुवलि (खण्डकाव्य)-० अनूपचन्द न्यायतीर्थ 10.00 21. योगानुशीलन-लेखक-श्री कैलाशचन्द्र बाढ़दार, एम.ए., एलएल. बी. 75.00 22. चूनड़िया-मुनिश्री विनयचन्द्र, अनु० श्री भंवरलाल पोल्याका 1.00 23. पाणंदा-श्री महानंदिदेव, अनु० डॉ० देवेन्द्रकुमार शास्त्री 5.00 24. णेमिसुर की जयमाल और पाण्डे की जयमाल-मुनि कनककीति एवं कवि नण्हु, अनु० श्री भंवरलाल पोल्याका 2.00 25. समाधि-मुनि चरित्रसेन, अनु० श्री भंवरलाल पोल्याका 4.00 26. बुद्धिरसायण प्रोणमचरित्तु-कवि नेमिप्रसाद, अनु० श्री भंवरलाल पोल्याका 5.00 27. कातंत्ररूपमाला-भावसेन विद्यदेव 12.00 28. बोधकथा मंजरी-श्री नेमीचंद पटोरिया 12.00 29. मृत्यु जीवन का अन्त नहीं-डॉ. श्यामराव व्यास 5.00 पुस्तक प्राप्ति स्थान मन्त्री कार्यालय जैनविद्या संस्थान दि० जैन अ० क्षेत्र श्रीमहावीरजी दि० जैन अ० क्षेत्र श्रीमहावीरजी सवाई मानसिंह हाइवे, जयपुर-3 (राज.) श्रीमहावीरजी (जि० स• माधोपुर) राज०
SR No.524755
Book TitleJain Vidya 05 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPravinchandra Jain & Others
PublisherJain Vidya Samsthan
Publication Year1987
Total Pages158
LanguageSanskrit, Prakrit, Hindi
ClassificationMagazine, India_Jain Vidya, & India
File Size14 MB
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