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________________ जैन विद्या 6. श्री नेमीचंद पटोरिया - एम.ए., एल.एल.बी., साहित्यरत्न । अनेकों पत्रों के भूतपूर्व सम्पादक । अनेकों पुस्तकों व बोधकथाओं के लेखक, टीकाकार | मानद शोध सहायकजैनविद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी । इस अंक में - यशोधर का प्राख्यान - गुरुकुल में व्याख्यान | सम्पर्क सूत्र - जैनविद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी (राज.), 3222201 112 1 7. डॉ० (श्रीमती) पुष्पलता जैन - - एम. ए. (हिन्दी एवं भाषाविज्ञान ), पीएच.डी. । अनेकों पुस्तकें प्रकाशित । प्राध्यापिका – हिन्दी विभाग, एस.एफ.एस. कॉलेज, नागपुर इस अंक में — महाकवि पुष्पदंत की विचारदृष्टि एवं उपमानसृष्टि । सम्पर्क सूत्र – न्यू एक्सटेंशन, सदर, नागपुर (महाराष्ट्र ) । 8. डॉ० प्रेमचंद रावका - जन्म - 20 अक्तूबर, 1943 एम. ए., जैनदर्शनाचार्य, शिक्षाशास्त्री, पीएच.डी. । प्राध्यापक - महाराजा स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय, जयपुर । इस अंक में महाकवि पुष्पदंत और उनकी रसाभिव्यक्ति । सम्पर्क सूत्र - 1910, खेजड़े का रास्ता, तोपखाना देश, जयपुर-302001 । .. 9. श्री भंवरलाल पोल्याका - जन्म - 1 फरवरी, 1918 जैनदर्शनाचार्य, साहित्यशास्त्री | अनेकों ग्रंथों, स्मारिकाश्रों, पत्रों के सम्पादक । वर्तमान में - पाण्डुलिपि सर्वेक्षक - जैनविद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी एवं सहसम्पादक - जैनविद्या । इस अंक में - जसहरचरिउ केर सुहासिवरणाइँ । सम्पर्क सूत्र - 566, जोशी भवन के सामने, मणिहारों का रास्ता, जयपुर-302003 10. श्री मुन्नालाल जैन - जन्म - 25 जुलाई, 1954 एम. ए., बी. एड., साहित्याचार्य । सहायक पाण्डुलिपि सर्वेक्षक, जैनविद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी । इस अंक में संस्थान में महाकवि पुष्पदंत के ग्रंथों की पाण्डुलिपियाँ । सम्पर्क सूत्र - पाण्डुलिपि सर्वेक्षण. विभाग, जैनविद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी, जिला - सवाई माधोपुर, राज 322220 श्री रमेश मुनि शास्त्री - जैन सिद्धान्ताचार्य, साहित्यशास्त्री । संस्कृत व प्राकृत के उद्भट विद्वान्, कवि एवं लेखक । इस अंक में – प्रशस्तिका । सम्पर्क सूत्र - श्री श्रानन्दकुमार जैन, 2771, चीराखाना, रोशनपुरा, नई सड़क, दिल्ली-110006 । 11. भी 12. डॉ० वृद्धिचंद्र जैन – जन्म - 15 मार्च, 1937 एम.ए., पीएच. डी., साहित्यशास्त्री, जैनदर्शनशास्त्री, बी.एड. । शोध सहायक- जैनविद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी । इस अंक — महाकवि पुष्पदंत की काव्यप्रतिभा । सम्पर्क सूत्र - जैनविद्या संस्थान, श्रीमहावीरजी - 322220 13. श्री श्रीयांशकुमार सिंघई - जन्म - 21 अगस्त, 1958 प्राचार्य ( जैन दर्शन ), शोधस्नातक । प्राध्यापक - भाषाविज्ञान, दिगम्बर जैन स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय, जयपुर । इस अंक में – जसहरचरिउ में ग्रात्मा सम्बन्धी विचार | सम्पर्क सूत्र - दिगम्बर जैन स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय, मणिहारों का रास्ता, जयपुर-302003 ।
SR No.524753
Book TitleJain Vidya 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPravinchandra Jain & Others
PublisherJain Vidya Samsthan
Publication Year1985
Total Pages120
LanguageSanskrit, Prakrit, Hindi
ClassificationMagazine, India_Jain Vidya, & India
File Size11 MB
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