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सन्दर्भ - 1. आचार्य पूज्यपाद, सर्वाथसिद्धि- 1/10 2. आचार्य सिद्धसेन दिवाकर, सन्मति प्रकरण - 3/32 3. आचार्य अकलंक, राजवार्तिक - 1/33/195/4 4. श्री माईल्ल धवल, नयचक्र, गाथा सं. - 366
आचार्य अकलंक, राजवार्तिक - 2/8/1/118/12 6. आचार्य विद्यानन्द, अष्टसहस्त्री 7. वही. भाग-III कारिका सं. 858 8. वही. कारिका 9. स्वामी कार्तिकेय, कार्तिकेयानुप्रेक्षा, गाथा संख्या - 225 10. वही. गाथा संख्या - 230 11. सर्वार्थसिद्धि - 1/21 12. वही, - 1/20 13. आचार्य कुमारिल - श्लोकवार्तिक - 2/1/2/11/28/13 14. आचार्य कुन्दकुन्द पंचास्तिकाय कथा, संख्या, 84 (तात्पर्यवृत्ति) 15. आचार्य कुन्दकुन्द, समय प्राभृत, गाथा संख्या - 100 16. आचार्य उमास्वामी, तत्त्वार्थसूत्र - 5/17 17. आचार्य अकलंक, तत्त्वार्थवार्तिक 5/17/16 18. वही, 5/17/31
शोधार्थी, जैन विद्या एवं तुलनात्मक धर्म तथा दर्शन विभाग जैन विश्वभारती संस्थान, लाडनूं-341306 (राज.)
तुलसी प्रज्ञा जुलाई --दिसम्बर, 2006 E
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