________________
बड़ी प्रभावक बन रही है। बौद्ध धर्म की विपश्यना ध्यान प्रणाली से उनकी प्रेक्षाध्यान प्रणाली निश्चित रूप में अधिक वैज्ञानिक और सयुक्तिक है। नाड़ीतन्त्र, लेश्यातन्त्र, शरीरतन्त्र, मनोविज्ञान, आयुर्वेद आदि सभी तन्त्रों को उसमें बड़ी कुशलता के साथ संवलित कर दिया गया है। जैन योग परम्परा के लिए यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि
-डॉ० भागचन्द्र जैन 'भास्कर' न्यू एक्सटेंशन एरिया
सदर, नागपुर
तुलसी प्रमा
For Private & Personal Use Only
Jain Education International
www.jainelibrary.org