SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 62
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ स्वर तुल्य किहां यकार ह, जिम मारग प्रमाण । गो यूति केरी गव्यूति, अन्यत्र गोयूति जांण ॥१५।। जिनेन्द्र व्याक्रण मैं कह्यौ, गो पदांत जद होय । अक्ष परे संज्ञा विष, ओ अव तहां सुजोय ।।१६।। नांम विना गो अक्ष नौं, गोक्ष सिद्ध इम थाय । गायां नौ जे अष्ट तसुं, गोक्षाणि कहिवाय ॥१७॥ गो पदांत स्वर पर छतां, ओ अव विकल्प रोप । ईश्वर अक्ष परे न अव, संज्ञा विण अत् लोप ॥१८॥ उदाहरण ---गो अग्रं गवाग्रं, गोग्रं । गो ईशः गवेश: गवीशः । अनक्ष इति किम् गोक्षं । गोत इति कि चित्रग्वर्धः। गो पदांत ते इंद्र पर, ओ अव मिश्चै देष । गो इंद्र शब्द तणौ हुवै, गवेंद्र सिद्ध सुपेष ॥१९॥ गो पदांत अ पर छत, वा असंधि नौं भाव । गो अग्र गवान गोग्र अम, जिनेन्द्र थी ए न्याव ॥२०॥ ए आय द्विपद जाणिय, ऐकार नौं व आय् । स्वर पर छत पिछांणियो, न अक नायक थाय ॥२१॥ औ आव द्विपद जाणिय, औकार नौं व आव् । स्वर पर छतै सुदेषीय, तो इह ताविह भाव ॥२२॥ य्वी लॊपश् वा पदांन डि ४ पदांत रह्या सुजोय । अयादिक न कायव तणी, लोपश् विकल्प होय ॥२३॥ अत्र उदाहरण ते आग ता तआगता तयागता । पटो इह, पट इह पटविह । तस्मै आसनं तस्मा आसनं तस्मायासनं । असी इंदुः असा इंदु: असाविदुः । लोपशि पुन नै संधि इम, वेद विषै संधि होय । हे सखे इति पद तणी, सखेति सखयिति जोय ॥२४॥ एदोतोत: त्रिपदं, पदांत ए ओकार । तिन तै परः अकार नौं, लोप होय सुविचार ॥२५॥ उदाहरण-ते अत्र तेत्र, पटो अत्र पटोत्र । सवर्णे दीर्घः सह ३ समान स्वर त जोय । सवर्ण स्वर पर हुवे छत, बिहु मिल दीर्घ सुहोय ॥२६॥ अत्र उदाहरण श्रद्धा अत्र श्रद्धात्र । दधि इह दधीह । श्री ईशः श्रीशः। भानु उदयं भानूदयं । पितृ ऋतणं पिताणं । अदीर्घ दीर्घ पणी भज, दीर्घ दीर्घ नहि होय । पूर्व दीर्घ स्वर देष नै, पर स्वर लोप सुजोय ॥२७॥ सामान्य सूत्र थकी हुवै विशेष बलिष्ट ष । बहुव्यापक सामान्य हुवै, व्यापक अल्प विशेष ॥२८॥ बस २१, अंक २ १७१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.524584
Book TitleTulsi Prajna 1995 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParmeshwar Solanki
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1995
Total Pages164
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Tulsi Prajna, & India
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy