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८. विस्तार के लिए देखें-जन-पथ-प्रदर्शक (जयपुर), अगस्त १९८८ में
प्रकाशित ब्र० यशपाल जैन का लेख, पृ० १८२-१८३ ९. परमात्मप्रकाश-सम्पा० डॉ० ए० एन० उपाध्ये, प्रस्तावना (हिन्दी),
पृ० १०२ आदि। १०. विस्तार के लिए देखें-जैन-पथ-प्रदर्शक (जयपुर), अक्टूबर, १९८९ में
- प्रकाशित ब्र० कल्पना जैन का लेख, पृ० ४९ आदि ११. कार्तिकेयानुप्रेक्षा, आगास, १९६०, प्रस्तावना पृ० ६० आदि । १२. पं० पन्नालाल साहित्याचार्य, कुन्दकुन्दभारती, फलटण, १९७०
प्रस्तावना पृ० ६२
तुलसी प्रज्ञा
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