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कुतुब मीनार के निकट, छतरपुर रोड़, मेहरोली, दिल्ली-३०" नामक स्थान पर सम्पन्न हुआ। जिसमें विभिन्न प्रान्तों के लगभग २०० साधक-साधिकाओं ने भाग लिया ।
आगामी ब्रीष्मावकाश में साधना विभाग, लाडनूं में "चतुर्थ अध्यापक योग, नैतिक शिक्षा प्रशिक्षण शिविर" का आयोजन होने की सम्भावना है, जिस हेतु राजस्थान शिक्षा विभाग से पत्र-व्यवहार चल रहा है।
प्रेक्षाध्यान शिविरों में युवाचार्यश्री महाप्रज्ञ द्वारा प्रदत्त प्रवचनों के केसेट्स साधना विभाग ने विक्रयार्थ तैयार कराए हैं, जो अभिनन्दनीय हैं । स्वास्थ्य विभाग
सेवाभावी कल्याण केन्द्र द्वारा की जा रही अभूतपूर्व सेवा के फलस्वरूप वात-व्याधि, अपस्मार, हृदयरोग, उदररोग, क्षय, प्रतिश्याय तथा ज्वर के रोगी स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। रोगी संख्या इस भाँति है :--
नवीन रोगी पुराने रोगी पुरुष स्त्री बालक कुल योग
३३० ६ ६१६१० ५५६ १२५ = १२६१ रसायन शाला में संजीवनी वटी, प्रभाकर वटी, अग्नितुण्डी वटी, अमर सुन्दरी वटी, नवायस लोह, लोह पर्पटी आदि के साथ-साथ कई आवश्यक चूर्णों के योग तैयार किए गए हैं तथा विषों का शोधन एवं धातुओं का मारण किया जा रहा है। वनस्पति वाटिका में अनेक वनस्पतियों का रोपण किया जा चुका है। एतदर्थ कल्याण केन्द्र के निदेशक श्री माणकचन्द जी सेठिया तथा जैन विश्व भारती के मन्त्री श्री श्रीचन्द जी बेंगानी के प्रयत्न सराहनीय हैं।
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खण्ड ४, अंक ७-८
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