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सगरमाथा अंचलाधीश महेशकुमार जी उपाध्याय मुख्य अतिथि थे । साध्वी श्री सोहना जी का होली चातुमासिक पक्खी सिलीगुड़ी में होगी। साध्वी श्री राजीमती जी का विहार मार्च में धरान की तरफ होगा, जहां मुनि श्री कन्हैयालाल जी विराजते हैं। होली के पश्चात् मुनि श्री विराटनगर से विहार करेंगे।
-चैन रूप दूगड़ दिल्ली में युवाचार्य अभिनन्दन समारोह :
दि० ११ फरवरी, १९७६ को आयोजित समारोह में म न श्री रूपचन्द्र जी ने कहा कि यवाचार्य श्री महाप्रज्ञ का व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व सम्प्रदायातीत एवं परिवेशातीत है । उनकी रचना-मिता, मेधा एवं चिन्तन-ज्योति राष्ट्रव्यापी है।
समारोह में लाला हंसराज गुप्ता, श्री जैनेन्द्र कुमार, श्री दत्तात्रोय तिवारी, श्री रत्नसिंह शाण्डिल्य, श्री सरदारमल बेंगानी, श्री फरजनकुमार जैन, श्रीमती पुष्पा पारिख आदि वक्ताओं ने भी प्रसंगानुकूल विचार व्यक्त किए। श्री नरेश जैन ने आयोजन का संयोजन किया।
— ओमप्रकाश कौशिक पारमाधिक शिक्षण संस्था, लाडनूं का वार्षिकोत्सव :--
दि० २८-२-७६ को रात्रि में साध्वी श्री कमल श्री जी साध्वी श्री कनक श्री जी, साध्वी श्री यशोधरा जी आदि १३ साध्वियों तथा ब्राह्मी विद्यापीठ के सभी अध्यापकों के सान्निध्य में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। कु० सविता, कु० मंजु, कु० महिमा, एवं कु० मुदिता ने इतिहास के परिप्रेक्ष्य में संस्था का परिचय प्रस्तुत किया । श्री कल्याणमल जी, पं० रामकुमार शास्त्री, श्री लूणकरण विद्यार्थी, तथा चारित्रात्माओं ने बड़े सारगर्भित विचार व्यक्त किए । व्यवहार, चिन्तन, दायित्वनिर्वहन, शैक्षणिक स्तर आदि के परिप्रेक्ष्य में १३ बहिनों को नवीन उपाधियों से पुरस्कृत किया गया। अध्यक्ष श्री राणमल जी जीरावला ने बहिनों को उचित मार्गदर्शन दिया ।
-कु० शान्ता जैन, संयोजिका श्री जैन श्वे० तेरापन्थ सभा, वाराणसी के आयोजन :
३ फरवरी, १९७६, । मर्यादा महोत्सव मुनि श्र पूनमचन्द जी के सान्निध्य में श्री प्रेमराज सिंधी की अध्यक्षता में मनाया गया। मुनि श्री रवीन्द्रकुमार जी तथा मनि श्री देवेन्द्र कुमार जी ने ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के संदर्भ में सुन्दर विचार व्यक्त किए। बौद्ध विभागाध्यक्ष श्री जगन्नाथ उपाध्याय, अन्तर्राष्ट्रीय मानव कल्याण संस्थान के अध्यक्ष डॉ० एस०एन० राय, विश्व धर्म शान्ति सम्मेलन के उपाध्यक्ष फादर राक, जिला सम्पर्क अधिकारी श्री अरुण गुप्त, श्रीमती वीणा डोसी ने कई रचनात्मक सुझाव दिए । मंगलाचरण श्रीमती गुलाब देवी ने तथा संयोजन श्री शरद कुमार साधक ने किया।
७ फरवरी, १९७६ । स्थानीय समाज की परिचयात्मक गोष्ठी मुनि श्री पूनमचन्द जी के सान्निध्य में हुई । समाज का एक भवन, विद्यालय का संचालन तथा संघीय संस्कारों का निर्वाह आदि पर विचार विमर्श किया गया।
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तुलसी प्रज्ञा