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विद्वद्वर मुनिवर श्री नथमल जी की शासन-भक्ति, विलक्षण क्षमता एवं अतुलनीय विद्वत्ता जैन व जैनेतर जगत् में सदैव परिलक्षित हैं । इन्हीं सब विशेषताओं के अनुरूप ही उन्होंने इस महान् पद की प्राप्ति की है । आशा है शासन इससे शाश्वत गौरवान्वित रहेगा ।
विनीत बधाइयाँ |
सादर अभिनन्दन ।
संपूर्ण समर्पण ।
शुभकामनाओं सहित श्रद्धानत ।
- शुभकरण दशानी
मुनिश्री की विद्वता का मैं प्रारम्भ से ही प्रशंसक रहा हूँ। मेरा विश्वास है कि उनके आचार्यत्व में तेरापंथ धर्मसंघ निरन्तर बढ़ता जायेगा । शतशत बधाई ।
- श्रीकृष्ण, पराग प्रकाशन, दिल्ली
—केवल चंद नाहटा
पट्टशिष्य मुनिश्री प्रखर प्रतिभा के धनी हैं, अध्यात्म साहित्य के स्रष्टा हैं, अलौकिक आशुकवि हैं । संस्कृत, प्राकृत और हिन्दी के अधिकारी विद्वान् हैं । सर्वोपरि द्रष्टव्य है आपकी विद्वता के साथ विनय का तालमेल । सचमुच गण एवं गणी के प्रति आपका समर्पण भाव हम लोगों के लिए हृदयग्राही है और दूसरों के लिए स्पर्धा का विषय बना हुआ है।
युगद्रष्टा आचार्यप्रवर द्वारा किए गए समयोचित एवं शासनानुकूल इस मनोनयन को हम साधर्मी बन्धु सहर्ष विनयपूर्वक शिरोधार्य
करते हैं ।
— जैन श्वेताम्बर तेरापंथी श्रावक समाज जलपाईगुडी
मुनिश्री की विद्वत्ता, त्याग, तपस्या एवं उदात्त मानवीय दृष्टि तेरापंथी समाज के लिए आरम्भ से ही प्रेरणा स्त्रोत रही है । आसामवासियों की हार्दिक बधाई ।
- जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा गोहाटी
मुनिश्री का युवराज पद पर चयन कर किया है । धर्मसंघ हर क्षेत्र में और ऐसा विश्वास है ।
आपने संपूर्ण धर्मसंघ को गौरव प्रदान अधिक उपलब्धियों को प्राप्त कर आगे बढ़ता रहेगा,
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तेरापंथ युवक परिषद कुर्ला, बम्बई
यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई कि आचार्यश्री ने मुनि नथमल जी को युवराज घोषित किया है । यह मैं आचार्यप्रवर की महान् बुद्धिमत्ता एवं दूरदर्शिता मानता हूं । समाज में इसका बहुत स्वागत हुआ है ।
- शिवचन्दराय डाबड़ीवाला
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तुलसी - प्रज्ञा