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रजि. नं. UPHIN/2006/16750
अप्रैल 2007
सम्पादक
प्रो. रतनचन्द्र जैन
कार्यालय
ए/2, मानसरोवर, शाहपुरा भोपाल- 462039 (म.प्र.) फोन नं. 0755-2424666
सहयोगी सम्पादक पं. मूलचन्द्र लुहाड़िया, मदनगंज किशनगढ़
पं. रतनलाल बैनाड़ा, आगरा डॉ. शीतलचन्द्र जैन, जयपुर डॉ. श्रेयांस कुमार जैन, बड़ौत प्रो. वृषभ प्रसाद जैन, लखनऊ डॉ. सुरेन्द्र जैन 'भारती', बुरहानपुर
शिरोमणि संरक्षक
श्री रतनलाल कँवरलाल पाटनी (मे. आर. के. मार्बल) किशनगढ़ (राज.)
श्री गणेश कुमार राणा, जयपुर
प्रकाशक
सर्वोदय जैन विद्यापीठ
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शिरोमणि संरक्षक परम संरक्षक
संरक्षक आजीवन
वार्षिक
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मासिक
जिनभाषित
अन्तस्तत्त्व
• स्तवन
• आचार्य श्री विद्यासागर जी के दोहे वस्तुतत्त्व समझने के लिए अध्यात्मयात्रा जरूरी
: उपाध्याय श्री ज्ञानसागर जी
: मुनि श्री योगसागर जी
• श्री नेमिनाथ स्तवन
• श्री पार्श्वनाथ स्तुति
• सम्पादकीय : 'ऐलक' नहीं, 'एलक' लिखें
• लेख
• किशनगढ़ के गौरव
• व्यवहार रत्नत्रय
• मिथ्यात्वनिवारक धर्ममूर्ति 'चारित्रचक्रवर्ती'
वर्ष 6,
: डॉ. राजेन्द्रकुमार वंसल
: मूलचन्द लुहाड़िया
: स्व. पं. लालबहादुर जी शास्त्री
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• दिगम्बर- परम्परा को बनाये रखने का दायित्व
किस पर
: पं. वसन्तकुमार जैन शास्त्री
• कुण्डलपुर के बड़े बाबा पर उपसर्ग : ब्र. अमरचन्द्र जैन
पृष्ठ आ. पृ. 2
: पं. रतनलाल बैनाड़ा
अङ्क 4
आ. पृ. 3
आ. पृ. 4
लेखक के विचारों से सम्पादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है । 'जिनभाषित' से सम्बन्धित समस्त विवादों के लिये न्यायक्षेत्र भोपाल ही मान्य होगा ।
• बालवार्ता : दान 'अहं' का : डॉ. सुरेन्द्रकुमार जैन 'भारती'
• मुक्तक-मणियाँ : डॉ. विमला जैन 'विमल'
• आपके पत्र
● समाचार
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• कुण्डलपुर में दिगम्बर जैन साधु : मनैला अन्ने - मारिया पोप 14 • पाखण्ड को प्रणाम कब तक ? : स्वामी अग्निवेश
• जैन महिलाओं का चतुर्मुखी विकास : विमला जैन • अक्षयतृतीया पर्व : सुशीला पाटनी
• सीखो अध्यात्म की गिनती : सुगन्धी चौधरी • जिज्ञासा समाधान
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