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________________ रजि नं. UP/HIN/29933/24/1/2001-TC डाक पंजीयन क्र.-म.प्र./भोपाल/588/2003-05 महाराष्ट्र में 50 स्थानों पर शिक्षण शिविरों का वहद आयोजन परम पूज्य आचार्य श्री 108शांतिसागर जी महाराज की 50वीं पुण्यतिथि वर्ष के अवसर पर महाराष्ट्र में प्रथम बार 'श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर (जयपुर) के अधिष्ठाता श्री रतनलाल जी बैनाड़ा' के सान्निध्य में लगभग 50 स्थानों पर सर्वोदय ज्ञान संस्कार शिक्षण शिविरों का महा आयोजन किया जा रहा है। शिक्षण शिविर निम्नप्रकार आयोजित होंगे : (1) बारामती (महाराष्ट्र) में दिनांक 18अप्रेल से 28अप्रेल 2005 तक। शिविर में बालबोध, छहढ़ाला, तत्वार्थसूत्र समयसार आदि ग्रन्थों का अध्यापन कराया जायेगा। (2) कोपरगाँव (महाराष्ट्र) में दिनांक 1 मई से 15 मई 2005 तक। शिविर में बालबोध, छहढ़ाला, तत्त्वार्थसूत्र, गोम्मटसार जीवकांड आदि ग्रंथों का अध्यापन कराया जायेगा। (3) औरंगाबाद (महाराष्ट्र) में 1 जून से 10 जून 2005 तक / शिविर में बालबोध, छहढाला, तत्त्वार्थसूत्र आदि ग्रन्थों का अध्यापन कराया जायेगा। उपरोक्त स्थानों पर श्री दि. जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर (जयपुर) के अधिष्ठाता श्री रतनलाल जी बैनाड़ा एवं उनके सहयोगियों के द्वारा अध्यापन कराया जायेगा। अन्य 47 स्थानों पर 'श्री दि. जैन श्रमण संस्कृति संस्थान, सांगानेर' के करीब 40 छात्र विद्वान अध्यापन करायेंगे। सभी स्थानों पर हमारे बारामती निवासी डा. सुधीरकुमार शास्त्री के प्रयासों से काफी संख्या में शिविरार्थियों ने नाम लिखाये हैं। संस्थान के विद्वानों द्वारा निम्नप्रकार शिविरों का आयोजन किया जायेगा : प्रथम शिक्षण शिविर दिनांक 10 मई से 20 मई 2005 तक निम्न स्थानों पर एक साथ लगाया जायेगा :पारोला, कुसुम्बा, धरणगांव, पिंपलगांव, शेंदुर्णी, नंदुरवार, दहिगांव, चौपड़ा, मालेगांव, नांदगांव, विहामांडवा, गेवराई, अंबेजोगाई, वार्शी, शिवुर, श्रीरामपुर, अहमदनगर, पैठण, पुणे (बेलनकरनगर), जालना, लासुरस्टेशन, कन्नड़ आदि / द्वितीय शिक्षण शिविर दिनांक 21 मई से 30 मई 2005 तक निम्न स्थानों पर लगाया जायेगा :- दानोली, कवठेसार, जयसिंगपुर, हासुर, सदलगा, बोरगांव, यडगुल, भोज, अब्दुललाट, पंढरपुर, मोडलिंब, करकंब, कुरूवार्दि, टेंभुर्णी, दाँड, फलटण, निगवण, लासुर्णे, बालवंदनगर, इंद्रापुर निरा, बड़गांव, करमाला, हुपरी, धुले। शिविरार्थियों की परीक्षा होगी, परीक्षा में विशेष गुण प्राप्त करने वाले शिविरार्थियों को सम्मानित किया जायेगा। - शिविरार्थियों की उम्र 8से 70 वर्ष तक रहेगी। - यह एक दुर्लभ अवसर है अत: अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर ज्ञानार्जन करें पुण्य लाभ कमावें / संपर्क सूत्र डॉ. सुधीर कुमार 'शास्त्री' बारामती (महाराष्ट्र) मोबा. 9890510392 स्वामी, प्रकाशक एवं मुद्रक : रतनलाल बैनाड़ा द्वारा एकलव्य ऑफसेट सहकारी मुद्रणालय संस्था मर्यादित, जोन-1, महाराणा प्रताप नगर, भोपाल (म.प्र.) से मुद्रित एवं सर्वोदय जैन विद्यापीठ 1/205 प्रोफेसर कॉलोनी, आगरा-282002 (उ.प्र.) से प्रकाशित। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org.
SR No.524295
Book TitleJinabhashita 2005 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Jain
PublisherSarvoday Jain Vidyapith Agra
Publication Year2005
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jinabhashita, & India
File Size5 MB
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