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________________ कुण्डलपुर, दमोह (म.प्र.) को रेललाइन से जोड़ने के लिए अनुरोध रेल मन्त्रालय, रेल भवन रफी मार्ग, नई दिल्ली 110001 के द्वारा पश्चिम-मध्य रेल्वे जोन मुख्यालय जबलपुर, मध्यप्रदेश के अन्तर्गत जबलपुर से पन्ना हेतु व्हाया दमोह नई रेललाइन का सर्वे 2000-2001 में किया गया है। इसमें रेललाइन सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुर (दमोह) से कुछ किलोमीटर दूर से गुजरेगी। पाठकों से अपेक्षा की जाती है कि वो माननीय रेलमन्त्री श्री लालूप्रसाद यादव, रेल राज्यमंत्री द्वय श्री आर. वेलू एवं श्री नायमन भाई राठना, चेयरमेन रेल्वे बोर्ड श्री आर.के. सिंह, सदस्य- रेल्वे बोर्ड (इंजीनियरिंग), श्री एस.पी. एस. जैन एवं श्री सुधीर जैन (आई.ए.एस.)ओ.एस.डी. रेल मंत्री को रेल मंत्रालय के उपर्युक्त नई दिल्ली के पतों पर तथा श्री दीपक गुप्ता-महाप्रबन्धक, श्री ए.के. जैन उप महाप्रबन्धक, श्री व्ही.के. जैन-चीफ वर्कशॉप ऑफीसर पश्चिम- मध्यरेल्वे जोन, इन्दिरा मार्केट, जबलपुर के पतों पर अधोलिखित मैटरों को व्यक्तिगत, संस्थागत, सामाजिक एवं राजनैतिक संस्थाओं के लैटरपेड पर प्रस्ताव बनाकर प्रेषित करें। कराएँ साथ ही स्थानीय विधायक, मंत्री, सांसदों से भी इस विषय में अनुमोदनार्थ पत्र प्राप्तकर उक्त सभी को प्रेषित करें, ताकि बुन्देलखण्ड के इस लोकप्रसिद्ध जैन तीर्थक्षेत्र को रेल्वे के मानचित्र पर जोड़ा जा सके और देश-विदेश से क्षेत्र की यात्रा हेतु आनेवाले यात्रीगणों को आवागमन में सुविधा उपलब्ध हो सके। ____ इसी प्रकार, जबलपुर से कोटा जानेवाली एक्सप्रेस ट्रेन का नामकरण 'दयोदय एक्सप्रेस' किया जाए, इस हेतु भी उक्त सभी मंत्रीगण एवं रेलवे अधिकारियों को प्रस्ताव बनाकर प्रेषित किए/कराए जा सकते हैं। साथ ही स्थानीय सांसद, विधायकों, मंत्रियों एवं राजनैतिक दलों के प्रमुखजनों से भी सम्मति प्राप्तकर उक्त सभी को प्रेषित कराएँ, ताकि 'अहिंसा परमो धर्म:' का सन्देश जनसामान्य तक सह सम्पादक प्रति, आदरणीय श्री लालूप्रसाद यादव जी रेल मंत्री, रेल मंत्रालय, रेल भवन, रफी मार्ग नई दिल्ली - 110001 विषय- जैनक्षेत्र कुण्डलपुर, जिला दमोह (मध्यप्रदेश) को रेल लाइन से जोड़े जाने बाबद। मान्यवर, आपके कार्यकाल में भारतीय रेल्वे प्रगति के सोपानों पर बढ़ता हुआ अधिक सुविधायुक्त उपक्रम बन गया है। भारतवर्ष की एकअरब से भी अधिक की आबादी आपकी कार्यक्षमता एवं दूरदर्शिता से परिचित है। भारतीय रेलवे उपभोक्ताओं को निश्चितता से परिपूर्ण आरामदायक यात्रा प्रदानकरने में सफल रहा है। भारत का प्रत्येक रेल्वेस्टेशन पहले से अधिक साफसुथरा दिखायी देने लगा है। लोग रेल में यात्रा करना अधिक पसंद करने लगे हैं। आरामदायक यात्रा के लिए भारतीय रेल पहचानी जाने लगी है। यात्रा के समय सरक्षा एवं भयरहित यात्रा भारतीयरेल्वे की पहचान में नया प्रतिमान स्थापित करने जा रही है। रेल्वेउपक्रम वर्तमान समय में उपलब्धियों से सराबोर है। इन उपलब्धियों का श्रेय आपके कार्यकाल को ही जाता है। मध्यप्रदेश के दमोह जिले की पटेरा तहसील के अंतर्गत श्री दिगम्बर जैन अतिशय सिद्धक्षेत्र तीर्थस्थल 'कुण्डलपुर' स्थित है। इस अतिशयकारी तीर्थस्थल के मूलनायक भगवान 'बड़े बाबा' के नाम से देश-विदेश में विख्यात हैं । प्रतिदिन इस तीर्थस्थल पर हजारों की संख्या में पहुँचनेवाले श्रद्धालुओं के वार्षिक आँकड़ों का अनुमान लाखों में होता है। इस तीर्थस्थल का पहुँचमार्ग अत्यंत दु:खद है। इतनी असुविधा के बाद भी लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति इस तीर्थ के प्रति अत्यंत श्रद्धा का प्रतीक है। श्री दिगम्बर जैन तीर्थस्थल 'कुण्डलपुर' भारतीय रेल्वे के मानचित्र से अभी भी अछूता है। भारत के एककरोड़ जैनों के लिए विशेष श्रद्धास्थली यह तीर्थ रेल्वे के मानचित्र से जोड़ेजाने का इंतजार कर रहा है। जैन समुदाय आपसे आग्रहपूर्वक निवेदन करता है कि इस ओर ध्यान देकर इस तीर्थस्थल को रेल्वे के मानचित्र पर लाने का अनुग्रह करें, जिससे इस तीर्थस्थल पर रेलों की आवाजाही प्रारंभ हो सके एवं भारत की एककरोड़ की जैनआबादी इसका 28 दिसंबर 2004 जिनभाषित Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.524292
Book TitleJinabhashita 2004 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Jain
PublisherSarvoday Jain Vidyapith Agra
Publication Year2004
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jinabhashita, & India
File Size5 MB
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