________________ Vinition * सौजन्य * उपाय कच्छ-वागड समुदाय के प. पू. अध्यात्मयोगी आ. श्री कलापूर्णसूरिजी के शिष्य गच्छाधिपति आ. श्री कलाप्रभसूरिजी म. सा. के आज्ञावर्तिनी पूज्य साध्वीजी श्री नंदाश्रीजी म. सा. की प्रेरणा से श्री गंगाबा पौषधशाला, हीरा जैन सोसायटी, जालयात साबरमती, अहमदाबाद के श्राविका उपाश्रय की ज्ञानद्रव्यकी उपज / यसमालमेल SSSSSSSSSSSSS संशोधन प्रसारण अहो ! श्रुतम् ई-परिपत्रम् संपादन पुनरुद्धार प्रकाशन | नहि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते || || दुनिया में ज्ञान के समान पवित्र मानलमनोनयन ओर कुछ भी नहीं है।