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________________ भाग १३ । प्राप्त प्राप्त श्रीवर्द्धमानाय नमः । जैनहितैषी । दिसम्बर १९१७। विषय-सूची । ---- ५१५ ५१६ ५२२ ... ५२५ १ प्रभातोदय ( कविता ) । ले० पं० रामचरित उपाध्याय २ कल्कि अवतारकी ऐतिहासिकता (अनुवाद ) । ३ गुप्तराजाओंका काल, मिहिरकुल और कल्कि । ... ४ लोकविभाग और त्रिलोकप्रज्ञप्ति । ५ बाबाजीका स्वप्न ( कविता ) । ले० बाबू ठाकुरदास जैन... ५३५ ६ श्वेताम्बर -ग्रन्थों में कल्किका वर्णन । ले० मुनिजिनविजयजी ५३५ ७ स्वराज्य-सोपान ( कविता ) । ले० पं० रामचरित उपाध्याय ५३९ ८ द्रव्यसंग्रह (समालोचना ) । ले०, बाबू जुगलकिशारे मुख्तार ९ विचित्र व्याह ( काव्य ) । ले०, पं० रामवरित उपाध्याय ... १० जैनधर्मको भूगोल और खगोल । ले० श्रीयुत जिज्ञासु ११ पुस्तक-परिचय ५४१ *** ५५० ५५४ ५५९ नई जैन पुस्तकें | ग्रन्थपरीक्षा प्रथम भाग मूल्य 1), द्वितीयभाग मू० । ], दर्शनसार विवेचनासहित मू० 1 ], मोक्षमार्ग की कहानियाँ मू० ], बच्चोंके सुधारने के उपाय मू० ॥], सन्तानपालन -]|, सर्वार्थसिद्धि मूल संस्कृत २], बुधजन सतसई 1-], आचारसार ( आचार्य वीरनन्दिकृत ) माणिकचन्द जैनग्रन्थमालाका ग्यारहवाँ ग्रन्थ, मूल्य० 15] संपादक - नाथूराम प्रेमी । मुं प्रेस. मैनेजर, जैन ग्रन्थरत्नाकर कार्यालय, हीराबाग, पो० गिरगाँव, बम्बई ! अंक १२ ।
SR No.522838
Book TitleJain Hiteshi 1917 Ank 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNathuram Premi
PublisherJain Granthratna Karyalay
Publication Year1917
Total Pages50
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jain Hiteshi, & India
File Size12 MB
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