SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 133
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ यह फारम भरकर भेजियेगा। श्रीयुत महामंत्री भारतीयजैनसिद्धांतप्रकाशिनी संस्थाकाशी-बाद जयजिनेंद्रके आपका प्रकाशित विज्ञापनपत्र आद्योपांत बांचकर देखा आपके प्रकाशित नियमोंके अनुसार मैं दश दश रुपयोंके* शेअर, पचास २ रुपयोंवाले* -- शेअरोंका खरीददार बनता हूं सो नीचे लिखे अनुसार मेरा नाम शेअर खरीदनेवालोंके रजिष्टरमें लिखकर सूचना दें और जब काम चलाने लायक शेअर भर जांय और कार्य प्रारंभ करना चाहें, उसवक्त सूचना देकर रुपये मंगालेवें । मुझे इन शेअरोंके बदले आपके प्रकाशित नियमके अनुसार ग्रंथ x वियाज भेजते रहें। मेन नाम वर्ष - मेरे पिताजीका नाम --------------- जाति ----- ग्राम -- - पोष्ट -- - जिला पत्र पहुंचनेका पूरा ठिकाना--- उमर Site * यहांपर जिसप्रकारके शेअर भरने हों उनकी संख्या लिखकर दूसरेप्रकार । के शेअरका मजमून छेक दें। i x यहांपर ग्रंथ लेना हो तो वियाज शब्द छेक दें, वियाज लेना हो तो ग्रंथ शब्द छेक दें। कर्नाटक छापखाना, बम्बई. Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.522806
Book TitleJain Hiteshi 1914 Ank 07 08
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNathuram Premi
PublisherJain Granthratna Karyalay
Publication Year1914
Total Pages136
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jain Hiteshi, & India
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy