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अपभ्रंश-भारती-2
- यहाँ
पाठ - 1 स्थानवाची अव्यय 1. (i) तेत्यु/तहिं/तेत्तहे/तेउ
- वहाँ (ii) एत्य/एत्थु/एत्तहे (iii) केत्तहे/कहिँ/कत्थ/कत्यु
- कहाँ (iv) जेत्यु/जहिं/जेत्तहे/जउ
जहाँ (v) सव्वेत्तहे
सब स्थान पर (vi) अण्णेत्तहे
- दूसरे स्थान पर ___ (i) कहन्तिउ/कउ
- कहाँ से (ii) केत्यु
= कहाँ से (iii) कहिं
- कहाँ से (iv) एत्तहे
- 'यहाँ से (v) एत्तहे . . . एत्तहे
एक ओर . . . दूसरी ओर (vi) तत्थहो
- वहाँ से (vii) तहितिउ
= वहाँ से 3. (i) कहिं चि
___ कहीं पर, किसी जगह (ii) कत्थइ
- कहीं (iii) कत्थ वि
- कहीं (iv) कहि मि ___(i) पासु/पासे
पास, समीप (ii) दूर (iii) पच्छए/पच्छले/अणुपच्छा
पीछे (iv) पुरे/अग्गले/अग्गए (v) उप्परि
ऊपर (vi) हेट्ठि
नीचे (vii) पासहो
पास से, समीप से (viii) दूरहो
- दूर से, दूरवर्ती स्थान पर (ix) दूरे
- दूर से (x) चउपासे/चउपासेहिँ/चउपासिउ - चारों ओर, चारों ओर से (xi) पासेहिं
- पास में
कहीं
आगे