________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
અન્ય ૧૨ ] બારહ ભાવના સંબંધી વિશાલ સાહિત્ય [ ૨૦ ९३ अवधू अनुपेक्षा
अवधू अनेकान्त व. ५ १४ द्वादश अनुपेक्षा गर्मित ( राजुल पचीसी) विनोदीलाल ५५ अनुपेक्षा भावना मगवतोदास (१६८०) दि. जै. सा.इ. पृ. १०१ १६ द्वादश अनुपेक्षा छत्रपति ( १९०७ ) दि, ग्रन्थसूची १७ , विरधीचन्द्र (१९ वीं)
प्रकाशित हिन्दी दि. ग्रन्थ २८ बारहरूमावना नयनसुख प्र. जैन साहित्य सदन दमोह (crp.) १९ , , भूदरदास प्र. मावनासंग्रहमें २० " , गा.१४ बुधजन , २१ ,, , गा. १५ भगौतीदास ,, २२ , , गा. १२ जयचन्द्रजी ,, २३ , , मंगतरामजी , २४ द्वादशानुपेक्षा, हिं. प्राप्तिस्थान मूलचंद किशनदास मरत
२६ बारह भावना संग्रह २७ अनित्य पंचाशत् २४ द्वादशानुपेक्षा पद्मनंदि ( उपासकाचार के अंतर्गत ) २९
बाहुबली ( मूल प्राकृत, टीका कन्नड) (संभवतः
कुन्दकुन्दके ग्रंथकी ही टीका है) वादीमसिंह (क्षत्रचूडामणिसे उद्धृत ) कन्नड भाषाकी अज्ञातकर्तक अनेक प्रतियां (इनका रल्लेख अभी अभी भारतीय ज्ञानपीठसे प्रकाशित
कबड प्रांतीय ताडपत्रीय ग्रन्थसूचीमें पाया गया हैं) ३२ बारह भावना. दूहा हिन्दी (सं. १६८५ लि.. हमारे संग्रहके शुटमें)
अब श्रीयुत् कापडियाजी एवं रमणिकविजयजीके लेखों के सम्बंध में शातल्यापार मीचे दे दी जाती हैं
For Private And Personal Use Only