SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 20
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २८२] શ્રી જૈન સત્ય પ્રકાશ (४) हमारे संग्रहमें द्वादश भावनाकुलक गाथा १३ (१५) के द्वावध मविना कथाकी २ प्रतिये है १ मावनाविलास-लक्ष्मीवल्लम, २ भावना बेलि जयसोम एवं ३ भावना संज्ञाय सकलचन्द्र कृत, ४ जयसोम कृत भावना संधि भी हमारे संग्रहमें हैं एवं पौरों प्रकाशित भी हैं। . १ बारह भावना कथा (हमारे संग्रहमें ) २ प्रकारकी हैं । २ भावना विलास, मगन (सं. १९५२ चै. शु. २ कल्याणपुरी) ३ १२ मावनागीत, पद्मराज (१७ वीं) गा. १२ ४ समयसुन्दर आधुनिक रचित एवं प्रकाशित ग्रन्थों में निम्नोक्त उल्लेनीय है१ भावनाभूषण-विनयविजयजी हमारे संग्रहमें २ मावनावोध--राजचंद्र ३ भावनाशतक-स्था० रत्नचंद्रजी । साठया लाइब्ररी (५) यहां के ज्ञानभंडारमें १२ भावनाविचारादिकी प्रतियें हैं। दिगम्बर साहित्य । (१) 'अनेकान्त में प्रकाशित दि० भंडारोंकी सूचिये एवं जिनरत्न कोष आदिसे १२ भावना सम्बंधी नीचे लिखे दि० साहित्यका पता चला है१ द्वादश अनुपेक्षा पं. योगदेव कुंभनगर 'अनेकान्त 'व. ४ पृ. ४८७ " कनड ( उदयराग) , , , (विजयण्ण) , , , गौतमस्वामी (१) , मू. प्रा. टी. कन्नड (मू. कुंदकुंद ) टी. केश (व वर्गी) ,, कल्याणकीर्ति | সিনলক্ষী " अज्ञात ८ ,, अपभ्रंश गा. २१ विश्वसेन हमारे संग्रहमें ९ दोहडा अनुपेक्षा अपभ्रंश लक्ष्मीसेन ' अनेकान्त' व.५ १० वारस अणुवैक्खा ( अपभ्रंश) जाल्हिा अनेकांत व. ५ ११ " " " कवि ईसर १२ , , , लक्ष्मीचन्द्र rarmsrav०.. For Private And Personal Use Only
SR No.521646
Book TitleJain_Satyaprakash 1948 09
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaindharm Satyaprakash Samiti - Ahmedabad
PublisherJaindharm Satyaprakash Samiti Ahmedabad
Publication Year1948
Total Pages24
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Satyaprakash, & India
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy