SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 22
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ५७० س س २८ س س २३८ س २३८ २३९ س શ્રી જૈન સત્ય પ્રકાશ सप्तक्षेत्री गुणाकर (सं. ११७८ ) सीताचरित्र ३४०० २३६ सुदर्शना चरित्र ( प्राकृत ) मल्लधारी देवप्रभ हरिवंश चरित्र ९००० हरिवंश चरित्र बंदिककवि ९००० *आदिनाथ चरित्र (संस्कृत) २३७ *अजितनाथ चरित्र (प्राकृत) २३८ *अजितनाथ चरित्र (संस्कृत) *संभवनाथ चरित्र (संस्कृत) *अभिनंदन चरित्र (प्राकृत) *अभिनंदन चरित्र (संस्कृत) २३८ *सुमतिनाथ चरित्र (संस्कृत) २३९ *पद्मप्रभ चरित्र (प्राकृत) *सुपार्श्वनाथ चरित्र (संस्कृत) *सुविधिनाथ चरित्र (प्राकृत) सुविधिनाथ चरित्र (संस्कृत) *शीतलनाथ चरित्र (प्राकृत) *शीतलनाथ चरित्र (संस्कृत) २३९ श्रेयांसनाथ चरित्र गा. ६५८४ हरिभद्र (जयसिंह राज्ये स्तंभतीर्थ में था) २४० *विमलनाथ चरित्र (प्राकृत) *विमलनाथ चरित्र (संस्कृत) अनंतनाथ चरित्र (प्राकृत ) नेमिचंद्र (सं. १२१६ ) १२००० , २४१ *धर्मनाथ चरित्र (प्राकृत) ,, २४१ *धर्मनाथ चरित्र (संस्कृत ) नेमिचंद्र (जै. प्र. में धर्मचंद्र ! ) ,, २४१ *कुन्थुनाथ चरित्र (प्राकृत) *अरनाथ चरित्र (प्राकृत) *अरनाथ चरित्र (संस्कृत) मल्लिनाथ चरित्र जिनेश्वर (सं. ११७५ वर्षे ) ५५५५ मल्लिनाथ चरित्र (काव्यमय) हरिभद (कुमारपालराज्ये) ९०००। س س o س २ ه ० ه ه ,, २४२ ه ه ४ ه For Private And Personal Use Only
SR No.521522
Book TitleJain Satyaprakash 1937 06 SrNo 23
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaindharm Satyaprakash Samiti - Ahmedabad
PublisherJaindharm Satyaprakash Samiti Ahmedabad
Publication Year1937
Total Pages44
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Satyaprakash, & India
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy