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ISSNNo.0971-796x
लल
।। जयदु सुद-देवदा।।
प्राकृत-विद्या
PRAKRIT VIDYA
Pagad. Vijja
पागद-विज्जा
प्राकृत, अपभ्रंश आदि प्राच्य भारतीय भाषाओं की वर्तमान राष्ट्रभाषा हिन्दी तक की विकास-यात्रा दर्शानेवाली समर्पित त्रैमासिकी शोध-पत्रिका The devoted quarterly research journal develop progress showing of Prakrit Apbhramsha, Ancient Indian Languages & Nation Hindi Language वीरसंवत् 2528 अक्तूबर-दिसम्बर '2002 ई. वर्ष 14 अंक 3 Veersamvat 2528 October-December '2002 Year 14 Issue 3
आचार्य कुन्दकुन्द समाधि-संवत् 2014
मानद प्रधान सम्पादक प्रो. (डॉ.) राजाराम जैन निदेशक, कुन्दकुन्द भारती जैन शोध संस्थान
Hon. Chief Editor PROF. (DR.) RAJA RAM JAIN Director, K.K.B. Jain Research Institute
मानद सम्पादक Hon. Editor
डॉ. सुदीप जैन DR. SUDEEP JAIN एम.ए. (प्राकृत), पी-एच.डी. M.A. (Prakrit), Ph.D.
Publisher
प्रकाशक श्री सुरेश चन्द्र जैन मंत्री श्री कुन्दकुन्द भारती ट्रस्ट ★ प्रति अंक
SURESH CHANDRA JAIN Secretary Shri Kundkund Bharti Trust
- बीस रुपये (भारत)
2.0 5 (डालर) भारत के बाहर
प्राकृतविद्या+ अक्तूबर-दिसम्बर '2002
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