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Vol. XXXVI, 2013
स्वातन्त्र्योत्तर भारत में पाण्डुलिपियों का संग्रह एवं सूचीकरण
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की हैं उनकी एक सूची A Catalogue of Persian and Sanskrit Manuscripts
का प्रकाशन हुआ जिसे प्रो. किरपाल सिंह ने संकलित किया है । : श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमन्दिरस्थ जैन भण्डारनाम सूची का संकलन मुनि पुण्यविजय
जी ने तालिका में १४,७८९ संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश, गुजराती एवं हिन्दी भाषा की पाण्डुलिपियों के विवरण के साथ तैयार किया । इसमें कई भण्डारों का संग्रह पाटन में रखा गया है। इसमें श्री संघ जैन ज्ञानमन्दिर भण्डार, लिम्बदिपाद जैन ज्ञान भण्डार, शुभवीर जैन ज्ञान भण्डार, वादिपार्श्वनाथ ज्ञान भण्डार, सागरगच्छ जैन ज्ञान भण्डार, लेहरुभाई वकील जैन ज्ञान भण्डार, प्रवर्तक, कान्ति विजय जैन भण्डार, श्रीमाणिक्यसूरि
जैन ज्ञान भण्डार, ग्रन्थों एवं खरटराचार्य बुधिचन्द्र जैन ज्ञानभण्डार का संग्रह सम्मिलित है। :: पुन: १९६३ में राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर से संस्कृत एवं प्राकृत भाषा की पाण्डुलिपियों का प्रथमभाग-राजस्थान पुरातन ग्रन्थमाला-७१ के अन्तर्गत प्रकाशित हुआ। इस भाग का सम्पादन पद्मश्री मनि जिनविजय, परातत्त्वाचार्य जी ने किया। इस सूची में ३१७५ संस्कृत एवं प्राकृत भाषा की पाण्डुलिपियों का विवरण है। अखिल भारतीय संस्कृत परिषद्, लखनऊ में पाण्डुलिपियों का अच्छा संग्रह है। यहाँ की पाण्डुलिपियों के सूचीकरण, संकलन का कार्य श्री दौलतराम जुयाल जी ने पूर्ण किया तथा इस कार्य का सम्पादन श्री के. ए. सुब्रह्मण्य अय्यर, श्री जी. सी. सिन्हा तथा श्री जगदम्बा प्रसाद सिन्हा ने किया । इस सूची में १३०४ पाण्डुलिपियों का विवरण है और इसका प्रकाशन भी इसी संस्था से किया गया । १९६३ में एक अन्य सूची के प्रकाशन का कार्य पूर्ण हुआ। यह सूची मुनि पुण्यविजय जी के संग्रह की पाण्डुलिपियों की है। इस संग्रह में संस्कृत भाषा की पाण्डुलिपियाँ हैं । इसका प्रथम भाग – 'मुनिराज-श्री पुण्यविजय जी हस्तप्रति संग्रहगतानां संस्कृत-प्राकृत-भाषा-बद्धानां ग्रन्थानां सूची', भाग-एक शीर्षक से लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामंदिर, अहमदाबाद से लालभाई दलपतभाई ग्रन्थमाला संख्या-२ के अन्तर्गत १९६३ में प्रकाशित हुआ। इसमें २७६४ पाण्डुलिपियों की वर्गीकृत सूची तालिकाक्रम में दी गई है। इसका सम्पादन पण्डित अम्बालाल प्रेमचन्द शाह ने किया है। कर्नाटक में श्री विद्याधीश संस्कृत पुस्तकालय, धारवाड़ की पाण्डुलिपियों की विवरणात्मक सूची के प्रथम भाग का प्रकाशन. १९६३ में प्रकाशित हुआ । इस सूची के संकलन का कार्य श्री के. टी. पाण्डुरंगी जी ने किया जिस में ७०६ पाण्डुलिपियों
का विवरण है। : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संग्रह में १९६३ तक पाँच हजार से अधिक पाण्डुलिपियों का
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