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________________ मधुसूदन ढांकी-लक्ष्मण भोजक (२३) सफेद आरसनी आसनस्थ प्रतिमा नीचे ते चैत्रगच्छय वाचनाचार्य भीमानी मूर्ति होवानु कर्तुं छे; तथा तेमना गच्छ अने गुरु ने मूर्तिना कारापक-शिष्य अने प्रतिष्ठापक-आचार्यनां । नाम आपेला छे लेखनु वर्ष सं० १३९१/ई०स० १३३५ छेः यथाः से०१३९१ वर्षे चैत्र वदि ७ सोमे चैत्रगच्छोय भट्टारक श्रीपादेवसूरि शिष्य वाच. नावार्य भीमा मूर्तिः शिष्य सोमचंद्रेण कारिता प्रतिष्ठिता श्रीमानदेवसूरिभिः । के आदोश्वर भगवाननी त्रीजी फरतीनी देरीमा 'चतुर्विशति पट्ट'पर सं०१४०५/ई०स० १३४९ नो नीचे प्रमाणे लेख छः। . संवत १४०५ वर्षे फागुण शुदि ८ गुरावाद्यय (वह) श्री शत्रुजयमहागिरौ श्री पालीताणा वास्तन्य श्री श्रीमालज्ञातीय महं मालदेव सुत महं सांगणेन स्वीयकुटुंब श्रेयसे चतुर्विशतिजिनानां प्रतिमापट्टोयं कारापितः प्रतिष्ठितः आचार्यश्री सागरचंद्रसूरिभिः श(शिवमस्तु । पट्टनी डाबो बाजुनो लेखः पट्टनी जमणी बाजुनो लेखः श्री अंबिकामूर्तिः श्री कपर्दियक्षमूर्तिः श्री घेरोटयामूर्तिः श्री अंपितामूर्तिः महमालदेवसुतमहंसांगण भार्यासिलषणदेयुता महं सांगणसुत महं० षीमायुग्मं पट्ट कोइ मंत्री परिवारे कराव्यो बणाय छे. (२५) पीळा पत्थरनो श्रावक-श्राविकानी खडी मूर्तिनी पाटली पर सं० १४१८/ई०स० १३६२ ना वर्षनो नीचे मुजब लेख छे. ___संवत १४१८ वर्षे कार्तिक शुदि १५ गुगै श्रोशत्रुजयमहातीर्थे श्रीमाल ज्ञातीय महं० वयरसीह सुत महं....देव प्रा...या भार्या बा०देल्हणदे...स्म मिदं ॥ विमलवसहीमां सं०१४२१/ई०स०१३६५ना वर्षनो गरुमति पर नीचे मजब लेख छः संवत् १४२१ वर्षे मंडलीय श्रीच द्रसेणसूरिशिष्यैर्जीवद्भिः । श्रीरत्नप्रभसूरिभिरात्ममूर्तिः कारिता ॥श्री: (२७) आदीश्वर भगवानना मंदिरना उपरना माळमां जवाना दादरानी डाबी बाजु हती ते देरीमांनी गुरुमूर्ति पर, सं० १४३२/ई०स०१३७२मां गुणसमुद्रसूरिए करावेल, गुणकरसूरिना शिष्य रत्नप्रभसूरिनी मूर्त्तिनो लल्लेख करतो लेख नीचे मुजून छ : . सं०१४३२ फागुण शुदि २ शुक्र श्री बृहद्गच्छीयपिप्पलाचार्य श्रीगुणकरसरि शिष्य श्रीरत्नप्रभसूरीणां मूर्तिस्तदीयशिष्यैर्गुणसमुद्रसूरिभिः कारिता ॥ (२८) आदीश्वरनी टूकमा उत्तर बाजुनी भमतीमां भीतमां चोडेल सं०१४४२।ई०स० १३८५नो खरतरगच्छना श्रावक शाह पूरणानो थोडा टोचाई गयेला अक्षरवाळो बे पक्तिनो नीचे मुजब लेख छे. (चित्र २). Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.520757
Book TitleSambodhi 1978 Vol 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDalsukh Malvania, H C Bhayani, Nagin J Shah
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1978
Total Pages358
LanguageEnglish, Sanskrit, Prakrit, Gujarati
ClassificationMagazine, India_Sambodhi, & India
File Size9 MB
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